नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पाकिस्तान में साल के अंत में दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ। यहां के लोअर कुर्रम में आतंकियों ने यात्रियों से भरे एक वाहन पर घात लगाकर हमला किया। ताबड़तोड़ फायरिंग कर 40 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतारा दिया, जबकि 25 से अधिक नागरिक बूरी तरह से घायल हुए। इसमें कई महिलाओं के साथ ही पुलिस का एक अधिकारी भी है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा जा रहा है कि वाहन पाराचिनार से पेशावर जा रहा था। इस पर पंजाब प्रांत के लोग सवार थे, जिन्हें आतंकियों ने निशाना बनाया।
घात लगाकर किया आतंकी हमला
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में आतंकियों ने एक पैसेंजर वैन पर अंधाधुंध फायरिंग की। बताया जा रहा है कि इस आतंकी हमले में करीब 40 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं सहित दर्जनों लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि जिस समय पैसेंजर वैन ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी तो वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाना शुरू कर दीं। घटना के समय यह वाहन पाराचिनार से पेशावर की ओर जा रहा था। पुलिस और सेना के जवान घटना स्थल पर पहुंचे चुके हैं और पूरे इलाके की घेराबंदी करने के साथ घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया है।
फिर घायलों को मार दी गोली
लोअर कुर्रम आतंकी हमले के कुछ चश्मदीद सामने आए हैं, जिन्होंने दिल दहला देने वाली कहानी बयां की है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि आतंकियों ने घात लगाकर अंधाधुंध की। इस वजह से वाहन में सवार लोगों को संभलने का भी मौका नहीं मिला। इससे पहले लोग कुछ समझ पाते लाशों का ढेर लग चुका था। स्थानीय लोगों ने पाक मीडिया को बताया कि आतंकवादियों ने हमले के बाद कुछ घायलों से उनके नाम पूछे और फिर उनकी हत्या कर दी। बताया जा रहे हैं कि हमले में मरने वाले लोग पंजाब प्रांत के थे।
मंत्री मोहसिन नकवी का बड़ा बयान
इस हमले को लेकर पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी का बयान आया है। उन्होंने कहा कि ये हमला बहुत दुखद है। जानमाल के नुकसान का हमें बहुत दुख है। आतंकियों ने कायराना हरकत की है। हमारा वादा है कि सरकार इस हमले को अंजाम देने वालों को बख्शेगी नहीं। वहीं सेना व अर्धसैनिकबल के जवान घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं। पूरे इलाके को सेना की तरफ से घेरा जा चुका है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक हमले की जिम्मेदारी किसी भी संगठन की तरफ से नहीं आई।
इससे पहले भी 40 लोगों की थी हत्या
बलूचिस्तान प्रांत में अगस्त 2024 में हथियारबंद आतंकियों ने कम से कम 40 लोगों की हत्या कर दी थी। हैरान कर देने वाली बात ये थी कि बंदूकधारियों ने बसों से पंजाबी यात्रियों को उतारकर और उनके पहचान पत्र देखने बात उनकी हत्या की। इसके बाद सितंबर में भी बड़ा आतंकी हमला हुआ और आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के जवानों समेत 25 से अधिक लोगों की हत्या कर दी थी। उससे पहले फिदायिन हमले कर आतंकियों ने 50 से अधिक पुलिस-सेना के जवानों को मार डाला था।
इस वजह से हो रहे आतंकी हमले
दरअसल, बलूचिस्तानी अलगाववादी नियमित रूप से पंजाब प्रांत के लोगों को निशाना बनाते हैं। वे आरोप लगाते हैं कि प्रांत में आतंकवादियों से लड़ने वाले सशस्त्र बलों में पंजाबियों का दबदबा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि इस घटना के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को कड़ी सजा दी जाएगी। देश में किसी भी प्रकार का आतंकवाद स्वीकार्य नहीं है।