UP Assembly by-election: उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव की मतदान प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और अब सभी की नजरें 23 नवंबर 2024 को घोषित होने वाले परिणामों पर हैं। चुनाव परिणामों से पहले, समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि उनकी पार्टी नैतिक रूप से जीत चुकी है, और अब केवल प्रमाणपत्र मिलने की औपचारिकता बाकी है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला बोला और आरोप लगाया कि भाजपा चुनावी धांधली के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। अखिलेश ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं की सराहना की और अपील की कि वे पूरी सतर्कता के साथ मतदान परिणाम की रक्षा करें।
भाजपा के खिलाफ आरोप और कार्यकर्ताओं की सराहना
अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन और सपा की सतर्कता और सक्रियता ने भाजपा के चुनावी रणनीतियों का डटकर मुकाबला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा, चुनावी घपलों और राजनीतिक हथकंडों के जरिए (by-election) सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा के समर्थकों की संख्या लगातार घट रही है और जनता अब भाजपा को पसंद नहीं कर रही है। यह बयान समाजवादी पार्टी के लिए आत्मविश्वास से भरा हुआ था, क्योंकि पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक इस उपचुनाव में पूरी तरह सक्रिय थे और चुनावी प्रक्रिया के दौरान कई बार भाजपा के खिलाफ आवाज उठाई थी।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा अपने समर्थकों को धोखा देती है। उनका आरोप था कि भाजपा अधिकारियों और नेताओं को पहले लालच देती है, फिर जब वे पकड़े जाते हैं, तो भाजपा उनपर कार्रवाई करती है और उन्हें त्याग देती है। उन्होंने कहा, “भाजपा किसी की सगी नहीं है,” और यह पार्टी अपने ही लोगों को भी धोखा देती है। उनका यह बयान भाजपा के खिलाफ उनके विरोध के और भी बड़े संकेत देता है, जिससे उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को यह संदेश दिया गया कि सपा का संघर्ष निरंतर जारी रहेगा।
जागरूकता और मतदाता सुरक्षा पर जोर
अखिलेश ने इंडिया गठबंधन और समाजवादी पार्टी के सभी (by-election) उम्मीदवारों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों से अपील की कि वे अपने वोट की रक्षा करने में पूरी तरह सतर्क रहें। उन्होंने कहा, “हम नैतिक रूप से जीत चुके हैं, बस प्रमाणपत्र मिलना बाकी है।” उनका यह संदेश पार्टी के समर्थकों को उत्साहित करने वाला था, क्योंकि वह मानते थे कि चुनावी प्रक्रिया में जनता का समर्थन सपा के पक्ष में था, और अब बस इसे परिणामों में तब्दील करने की जरूरत है।
अखिलेश ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे मतदान के दिन और उसके बाद भी पूरी तरह चौकस रहें और सुनिश्चित करें कि चुनावी परिणाम उनके पक्ष में आए। उनका विश्वास था कि सपा अपने दम पर सत्ता में आएगी और भविष्य में भाजपा की हार तय है।