Religious News-यागराज के बर्ड फेस्टिवल की तारीख में बदलाव किया गया है। यह फेस्टिवल पहले एक और दो फरवरी को आयोजित होने वाला था, लेकिन महाकुंभ के दौरान होने वाले शाही स्नान के कारण इसे एक सप्ताह आगे बढ़ा दिया गया है। अब बर्ड फेस्टिवल सात और आठ फरवरी को आयोजित किया जाएगा। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि 3 फरवरी को वसंत पंचमी का प्रमुख स्नान होगा और इस दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना है। इस भीड़ को देखते हुए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने फेस्टिवल की तारीख आगे बढ़ाने का निर्णय लिया।
बर्ड फेस्टिवल की थीम
इस बार बर्ड फेस्टिवल की थीम “कुंभ की आस्था, प्रकृति संरक्षण और जलवायु” रखी गई है। विश्व वेटलैंड दिवस 2 फरवरी को होता है, इसीलिए पहले बर्ड फेस्टिवल को एक और दो फरवरी को आयोजित करने का फैसला किया गया था। लेकिन महाकुंभ के शाही स्नान के कारण तारीख में बदलाव किया गया। यह फेस्टिवल देश-विदेश से आने वाले पक्षी प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां संगम में बहुत बड़ी संख्या में विदेशी पक्षी आते हैं और यहां 90 से अधिक पक्षी प्रजातियां पाई जाती हैं।
बर्ड फेस्टिवल और महाकुंभ का संगम
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष सुनील चौधरी ने बताया कि इस बार सरकार ने बर्ड फेस्टिवल का मुख्य आयोजन प्रयागराज में ही करने का निर्णय लिया है। बर्ड फेस्टिवल का आयोजन महाकुंभ के दौरान होने से पक्षी प्रेमियों को एक साथ महाकुंभ स्नान का अवसर भी मिलेगा। 3 फरवरी के बाद अगला शाही स्नान 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा के दिन होगा, इसलिए बर्ड फेस्टिवल की नई तारीख को इन दोनों शाही स्नानों के बीच रखा
स्वच्छ महाकुंभ के लिए तैयारी
महाकुंभ में स्वच्छता और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जल निगम ने महाकुंभ मेला क्षेत्र के शौचालयों के स्लज का ट्रीटमेंट करने के लिए तीन स्थायी और तीन अस्थायी स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) लगाए हैं। इन एसटीपी से स्लज का निस्तारण किया जाएगा, जिससे मेला क्षेत्र स्वच्छ और स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सुरक्षित रहेगा। अनुमान है कि महाकुंभ मेला में 40 करोड़ श्रद्धालु आएंगे, इसलिए इसे ओडीएफ (ओपन डेफिकेशन फ्री) बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
जल निगम नगरीय के अधिशासी अभियंता आशुतोष यादव और एक्सईएन सौरभ कुमार ने बताया कि भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर (BARC) की मदद से मेला क्षेत्र में अस्थायी एसटीपी लगाए गए हैं। अरैल स्थित फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को वहां जाएंगे। ये ट्रीटमेंट प्लांट जून से नैनी, महेवा के घरेलू सेप्टिक टैंक के स्लज को ट्रीट कर रहा है, और यहां से ट्रीटेड स्लज झूंसी के को-ट्रीटमेंट प्लांट में भेजा जाता है।
महाकुंभ के स्वच्छता के लिए जल निगम ने स्लज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए हैं।