Airport Food price: Airport पर कोई भी चीज बाहर के रेट से बहुत ज्यादा होती है ये तो हम सभी जानते है पर क्यों एयरपोर्ट पर इतनी महंगाई होती है इसके पीछे आखिर वजह क्या है क्यों वहां पर खाना आम इंसान के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है अक्सर लोग एयरपोर्ट पर केवल पानी पी कर गुजारा करना ठीक समझते है
राघव चड्ढा का सवाल
आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने भी संसद में ये मुद्दा उठाया. सरकार से सवाल किया और बताया कि एक आम आदमी एयरपोर्ट पर पानी पीकर पेट भरने को मजबूर है क्योंकि एयरपोर्ट का खाना इतना महँगा है. एयरपोर्ट पर आम तौर पर खाने -पीने की चीजों की कीमत बाहर से अधिक क्यों होती है।
ये है कारण एयरपोर्ट की महंगाई का
कोई भी होटल और रेस्तरां कुछ बातों के आधार पर अपने मेन्यू की रेट फिक्स करता है. जैसे जहां आउटलेट है उस जगह की कॉमर्शियल वैल्यू क्या है. जिस डिश का प्राइस तय किया जा रहा है क्या कोई प्रोफेशनल बना रहा है ? क्या वो डिश उसकी सिग्नेचर डिश है जिसे चखने के लिए लोगों को ज्यादा कीमत चुकानी होगी? इसके अलावा GST भी देनी पड़ती है।
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हाई डिमांड बढ़ा देती है कीमत
एयरपोर्ट के हाई सिक्योरिटी जोन होता है. वहां बाहर के कई फूड आइटम्स लाना माना होता है। ऐसे में एयरपोर्ट पर यात्रियों के पास खाने-पीने के लिए सिर्फ वहीं ऑप्शन होते हैं जो एयरपोर्ट परिसर रे भीतर होते हैं. हाई डिमांड की वजह से कीमतें बढ़ी रहती हैं।
महंगे स्टाफ
आम तौर पर एयरपोर्ट शहर से दूरी पर होते हैं या शहर के एक कोने में होते हैं. वहां दुकानों पर काम करने के लिए स्टाफ रखने के लिए रिटेलर्स को अधिक सैलरी का भुगतान करना पड़ता है. हाई सिक्योरिटी, चेकिंग जैसी दिक्कतों की वजह से लोगों को काम करने के लिए स्टाफ नहीं मिल पाते हैं. ऐसे में उन्हें अधिक सैलरी पर स्टाफ रखना पड़ता है.इस सबका असर प्रोडक्ट की कीमत पर पड़ता है.
इन्वेंट्री की लिमिट
एयरपोर्ट पर हाई सिक्योरिटी जोन होने की वजह से रिटेलर्स के पास इन्वेंट्री भी लिमिटेड होती है, वो अपनी मर्जी से सामान भर नहीं सकते हैं।ये सब वजह है, जिसकी वजह से एयरपोर्ट पर खाने-पीने की चीजें काफी महंगी होती है।