Journey of momos : जब भी भारत में स्ट्रीट फूड की बात होती है, तो मोमोज का नाम जरूर आता है। यह हल्का और स्वादिष्ट स्नैक अपने तीखे स्वाद और चटपटी चटनी के कारण हर किसी का फेवरेट बन गया है। बच्चे हों या बड़े, हर उम्र के लोग इसे बड़े मजे से खाते हैं। पहले मोमोज सिर्फ स्टीम्ड मिलते थे, लेकिन हम भारतीयों ने इसकी इतनी वैरायटी बना दी है। की इतनी तो जहां की यह मूल डिश है,(तिब्बत की ) वहां भी नहीं मिलती है।अब यह फ्राइड, तंदूरी, चॉकलेट और कोरियन स्टाइल जैसे कई अलग-अलग रूपों में भी मिलने लगा है।
मोमोज का सफर?
मोमोज की शुरुआत तिब्बत, नेपाल और भूटान से हुई मानी जाती है। 1970 और 1980 के दशक में यह भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों, जैसे सिक्किम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश, तक पहुंचा। वहां से यह धीरे-धीरे दिल्ली और कोलकाता जैसे बड़े शहरों तक आया। इन शहरों में लोगों ने इसे इतना पसंद किया कि यह अब भारत के हर गली-चौराहे पर आसानी से मिल जाता है।
चटनी ने बढ़ाया स्वाद
मोमोज के साथ मिलने वाली लाल चटनी इसके स्वाद को और बढ़ा देती है। भारतीयों को चटपटा और मसालेदार खाना हमेशा से पसंद है। यही वजह है कि इस तीखी चटनी ने मोमोज को खास पहचान दी। कम लागत और जल्दी तैयार होने के कारण यह स्ट्रीट वेंडर्स के लिए भी फायदेमंद बन गया है।
सोशल मीडिया ने बढ़ाई मोमोज की पहचान
आज के दौर में इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म्स ने मोमोज को फेमस करने में बड़ा रोल निभाया है। फूड ब्लॉगर्स ने मोमोज की नई-नई वैरायटी और बनाने के अलग-अलग तरीके दिखाकर इसे और लोकप्रिय बना दिया है। अब यह हर वर्ग के लोगों का पसंदीदा स्नैक बन चुका है।
हर मौसम का अच्छा नाश्ता
मोमोज ऐसा स्नैक है, जिसे हर मौसम में खाया जा सकता है। चाहे ठंडी सर्दी हो, चिलचिलाती गर्मी या बारिश का मौसम, मोमोज हर समय स्वाद का मजा देता है। इसकी अलग-अलग फिलिंग जैसे पनीर, चिकन, मटन और यहां तक कि चॉकलेट ने इसे हर किसी के लिए खास बना दिया है।
मोमोज की कई वैरायटी
आज भारत में मोमोज कई तरह के फ्लेवर और स्टाइल में मिलते हैं। हर किसी को अपनी पसंद का स्वाद मिल जाता है।
स्टीम्ड मोमोज
फ्राइड मोमोज
तंदूरी मोमोज
करारे मोमोज
चीजी मोमोज
चॉकलेट मोमोज
ग्रेवी मोमोज
कोरियन मोमोज
मंचूरियन मोमोज
अब मोमोज सिर्फ एक डिश नहीं, बल्कि भारतीयों के लिए एक एहसास बन गया है। यह न सिर्फ हर उम्र के लोगों का फेवरेट है, बल्कि भारत की स्ट्रीट फूड संस्कृति का अहम हिस्सा भी बन चुका है।
सोशल मीडिया और हर मौसम में इसे खाने की खूबी ने इसे भारत का सबसे पसंदीदा स्नैक बना दिया है।