Gold Rate: 2024 में सोने की कीमतों में 30% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने बताया कि यह बढ़त मुख्य रूप से केंद्रीय बैंकों की खरीदारी और दुनिया भर में बढ़ते तनाव की वजह से हुई है। हालांकि, 2025 में कीमतों में यह तेजी धीमी पड़ सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने का भाव अब आर्थिक हालात, महंगाई और निवेशकों की मांग पर निर्भर करेगा।
2024 में सोने का दाम क्यों बढ़ा
चीन और दूसरे देशों के केंद्रीय बैंकों ने जमकर बहुत भारी मात्रा में सोना खरीदा।तनाव के हालात में यूक्रेन और मिडिल ईस्ट के युद्धों ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने ने अपनी ओर खींचा जिससे सोने में भारी निवेश हुआ।साल की शुरुआत में डॉलर की कीमत काफी कमजोर रही, जिससे सोने को फायदा हुआ।
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अब क्यों आया बदलाव
डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद डॉलर मजबूत हुआ, जिसकी वजह से सोने की तेजी थोड़ी कम हो गई। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अब सोने के भाव जिस तेजी से बढ़ रहे थे अब नहीं बढ़ेंगे
2025 में क्या बदलाव होगा
2025 में सोने की कीमतें धीमी गति से बढ़ सकती हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का कहना है कि महंगाई, ब्याज दर और अमेरिका की आर्थिक स्थिति इसका बड़ा कारण बनेंगी।रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में ट्रेड वॉर और ब्याज दरों से जुड़ी अनिश्चितता आर्थिक विकास को धीमा कर सकती है। इसका असर निवेश और खरीदारी दोनों पर पड़ सकता है।
कीमतों के अनुमान
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सोने का भाव 2025 के अंत तक $3,000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है। वहीं, कुछ विशेषज्ञ इसे $2,900 प्रति औंस तक मान रहे हैं।
सोने की बढ़त के कारण
अगर ब्याज दरें कम रहती हैं और वैश्विक तनाव बढ़ता है, तो सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं। कम ब्याज दरें आमतौर पर सोने के लिए अच्छी होती हैं क्योंकि इसमें ब्याज नहीं मिलता है, लेकिन इसे सुरक्षित निवेश माना जाता है।