यह घटना सोमवार दोपहर के बाद तब सामने आई जब घर का दरवाजा नहीं खोला गया। पड़ोसियों ने छत के रास्ते घर में जाकर देखा तो परिवार के सभी सदस्य बेहोश पड़े थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, और पुलिस मौके पर पहुंची। बेहोश हुए सभी सदस्यों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां दो बच्चों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें मेरठ रेफर किया गया, जबकि बाकी परिवार का इलाज जिला अस्पताल में जारी है।
यह भी पढ़ें : योगी सरकार आज पेश करेगी अनुपूरक बजट, महाकुंभ के लिए मिल…
घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मदीना कॉलोनी में स्थित सलीम के घर में हुई। सलीम का परिवार रविवार रात अपने कमरे में सो रहा था और सर्दी से बचने के लिए उन्होंने कमरे में कोयले की अंगीठी जलाई थी। लेकिन कमरे में वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं होने के कारण अंगीठी से निकलने वाला धुंआ कमरे में ही जमा हो गया, जिससे दो बच्चे चांद और हजारा सहित परिवार के अन्य सदस्य सलीम, निशारा और तबस्सुम बेहोश हो गए।
सीओ सिटी, व्योम बिंदल ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार शाम को सिविल लाइन थाना को सूचना मिली कि मदीना कॉलोनी के एक घर में लोग बेहोश पाए गए हैं। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर देखा कि कमरे में एक बुझी हुई कोयले की अंगीठी पड़ी थी। ऐसा अनुमान है कि ये लोग अंगीठी में कोयला जलाकर सो रहे थे और कमरे में वेंटिलेशन की कमी के कारण धुंआ जमा हो गया, जिससे वे बेहोश हो गए। पुलिस ने उन्हें अस्पताल भेजा, जहां तीन लोगों का इलाज मुजफ्फरनगर में हो रहा है, और दो बच्चों को मेरठ रेफर किया गया है। उनके अन्य परिजनों को भी सूचना दे दी गई है।