Train travel rules : ट्रेन में सफर करना मजेदार होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि टिकट के साथ एक और जरूरी चीज है जो हमेशा साथ होनी चाहिए? हां, टिकट के साथ एक वैध आईडी कार्ड भी जरूरी है। अगर आप इसे भूल गए, तो आप मुश्किल में पड़ सकते हैं। भारतीय रेलवे का नियम है कि ई टिकट के साथ एक पहचान पत्र होना चाहिए। अगर यह नहीं है, तो टीटीई आपको बिना टिकट यात्री मान सकता है।
आईडी प्रूफ क्यों जरूरी
अगर आपने काउंटर से टिकट लिया है, तो आपको किसी आईडी की जरूरत नहीं होती। लेकिन अगर आपने ऑनलाइन टिकट बुक किया है, तो आईडी कार्ड होना अनिवार्य है। यह टिकट को वैध बनाता है। टीटीई आपके टिकट और पहचान की जांच करता है। अगर आपके पास आईडी नहीं है, तो आपका टिकट वैध नहीं माना जाएगा।
बिना आईडी होगी दिक्कतें
रेलवे के नियमों के अनुसार, अगर आपके पास ऑनलाइन टिकट है लेकिन आईडी नहीं है, तो आपको बिना टिकट यात्री माना जाएगा।
जुर्माना लगेगा
टीटीई आपसे न सिर्फ टिकट का पूरा किराया वसूल करेगा, बल्कि एसी क्लास में 440 रुपये और स्लीपर क्लास में 220 रुपये का जुर्माना भी लगाया जाएगा।
सीट का नुकसान
आपका टिकट और सीट दोनों रद्द कर दी जाएगी।
क्या टीटीई मदद करेगा?
अगर आपके पास आईडी नहीं है, तो टीटीई आपको नया टिकट खरीदने का विकल्प दे सकता है। लेकिन, आपकी सीट गारंटी नहीं होगी। यानी, सफर के दौरान आपको खड़ा रहना पड़ सकता है।
वरिष्ठ नागरिकों का ध्यान रखें
वरिष्ठ नागरिकों को रियायत का लाभ उठाने के लिए अपनी उम्र का प्रूफ देना जरूरी है। अगर वे इसे नहीं दिखा पाते, तो उनका टिकट भी रद्द किया जा सकता है।
जुर्माना और क्या-क्या होगा?
अगर आईडी नहीं है, तो
पूरा किराया वसूला जाएगा।
जुर्माना लगेगा (एसी में 440 रुपये, स्लीपर में 220 रुपये)।
टिकट रद्द होने से सीट भी नहीं मिलेगी।
जरूरत पड़ने पर आपको ट्रेन से उतारा भी जा सकता है।
रेलवे का सुझाव
भारतीय रेलवे यात्रियों को बार-बार सलाह देता है कि ई-टिकट के साथ पहचान पत्र जरूर रखें। यह न सिर्फ जुर्माने से बचाएगा, बल्कि आपकी यात्रा को आसान और तनावमुक्त भी बनाएगा।
ट्रेन में सफर के दौरान टिकट के साथ आईडी कार्ड ले जाना न भूलें। यह छोटा सा कदम आपको बहुत सी दिक्कतों से बचा सकता है। टीटीई नियमों का पालन करते हैं, और सही दस्तावेज न होने पर वे कड़े कदम उठा सकते हैं। इसलिए, सफर को सुखद बनाने के लिए टिकट और आईडी कार्ड दोनों हमेशा साथ रखें।