Republic Day : गणतंत्र दिवस परेड में झांकियों के प्रदर्शन का विषय ‘स्वर्णिम भारत विरासत और विकास’ रखा गया है। रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी कि इस बार कर्तव्य पथ पर झांकियां प्रस्तुत करने के लिए 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का चयन किया गया है। इनमें आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, दादर नागर हवेली और दमन और दीव, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, पंजाब, त्रिपुरा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, 11 केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों को भी इस परेड का हिस्सा बनने के लिए चुना गया है।
झांकियों की थीम और प्रस्तुति
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, झांकियों का विषय ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ तय किया गया है। झांकियां गणतंत्र दिवस परेड का एक प्रमुख आकर्षण होती हैं और भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक, और आर्थिक उपलब्धियों को दर्शाती हैं। बयान में कहा गया है कि झांकियों का चयन करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाई गई है, जिसमें कला, संस्कृति, मूर्तिकला, वास्तुकला और नृत्य जैसे क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हैं।
चयन प्रक्रिया
चयन प्रक्रिया के दौरान झांकियों के विचारों की विशिष्टता, संदेश की स्पष्टता, रचनात्मकता, और विरासत और विकास के संतुलन पर ध्यान दिया गया। रंग, रूप, लय, और संतुलन जैसे पहलुओं को भी प्राथमिकता दी गई। झांकी के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सुझाव आमंत्रित किए गए थे। अप्रैल 2024 में आयोजित बैठक में झांकियों की गुणवत्ता में सुधार के सुझावों को शामिल किया गया।
गणतंत्र दिवस के बाद भी दिखेंगी झांकियां
जो झांकियां कर्तव्य पथ पर नहीं दिखेंगी, उन्हें भारत पर्व (26 से 31 जनवरी) के दौरान लाल किले में प्रदर्शित किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया गया है कि हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को अपनी सांस्कृतिक विरासत और विकास को प्रदर्शित करने का अवसर मिले।
निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि झांकियों का चयन सशक्त, निष्पक्ष, और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। इस बार झांकियां भारत की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाते हुए ‘स्वर्णिम भारत – विरासत और विकास’ की अवधारणा को विश्व के सामने प्रस्तुत करेंगी।