Stop snoring naturally : सोते समय खर्राटे लेना एक आम समस्या है। बच्चे, जवान, या बुजुर्ग किसी को भी यह समस्या हो सकती है। मजे की बात यह है कि खर्राटे लेने वाले व्यक्ति को खुद परेशानी नहीं होती, लेकिन उनके साथ सोने वालों की नींद जरूर खराब हो जाती है।
खर्राटों से नींद में खलल पड़ता है और इससे थकावट और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। तो, क्यों न हम इस समस्या का हल निकालें यहां खर्राटे रोकने के कारण और घरेलू उपाय दिए गए हैं।
खर्राटे आने के मुख्य कारण
खर्राटे तब आते हैं जब सोते समय आपकी सांस की नली में रुकावट हो।
गले के नरम टिशु में कंपन इसका कारण होता है।
एलर्जी, सर्दी-जुकाम, या गले की सूजन से भी यह समस्या हो सकती है।
यदि किसी व्यक्ति का जबड़ा छोटा हो या उसकी शारीरिक बनावट में असामान्यता हो, तो यह भी खर्राटे का कारण बनता है।
गर्दन और शरीर पर अधिक चर्बी होने से सांस की नली पर दबाव बढ़ता है, जिससे खर्राटे आते हैं।
खर्राटे रोकने के घरेलू उपाय
सोने की सही स्थिति अपनाएं
सीधा सोने की बजाय करवट लेकर सोने की कोशिश करें। अगर सीधा सोना पसंद है, तो सिर के नीचे ऊंचा तकिया रखें। इससे आपकी सांस की नली पर दबाव कम होगा और खर्राटे आने की संभावना घटेगी।
सांस की नली को नम रखें
सोने से पहले पानी या गुनगुने पेय पदार्थों का सेवन करें। यह आपकी सांस की नली को सूखने से बचाएगा। ध्यान रखें कि सोने से पहले शराब न पिएं, क्योंकि इससे गले की मांसपेशियां ढीली हो जाती हैं और खर्राटे बढ़ सकते हैं।
एलर्जी से बचाव करें
अगर आपको एलर्जी है, तो सही दवाइयों का सेवन करें। इससे नाक और गले में रुकावट कम होगी और आपकी सांस लेने की प्रक्रिया बेहतर होगी।
गले के व्यायाम करें
गले की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए रोजाना गले के व्यायाम करें। इससे सांस की नली में कंपन की संभावना कम होती है।
खर्राटे रोकने के खास टिप्स
स्वस्थ वजन बनाए रखें
गर्दन और शरीर पर चर्बी ज्यादा होने से श्वासनली पर दबाव बढ़ता है। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से शरीर का वजन नियंत्रित रखें।
शराब से बचें
सोने से पहले शराब और सिडेटिव्स का सेवन न करें। ये पदार्थ गले की मांसपेशियों को ढीला कर देते हैं, जिससे खर्राटे बढ़ सकते हैं।
अच्छी नींद की आदतें अपनाएं
रोजाना एक तय समय पर सोने और जागने की आदत डालें। सोने से पहले स्क्रीन टाइम कम करें और एक आरामदायक नींद का माहौल बनाएं।