UP Govt: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन पर UP Govt की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में 1 जनवरी 2025 तक राजकीय शोक का ऐलान किया है। इस अवधि के दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा। वहीं, भारत सरकार ने भी पूर्व पीएम के निधन पर सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। डॉ. सिंह के निधन से देश और प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।
डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के एक गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पंजाब यूनिवर्सिटी से प्राप्त की और इसके बाद अपनी उच्च शिक्षा के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज, यूके गए। यहां उन्होंने 1957 में अर्थशास्त्र में ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की और 1962 में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से डी. फिल की उपाधि हासिल की।
वित्त मंत्री के रूप में ऐतिहासिक भूमिका
1991 में डॉ. सिंह को भारत का वित्त मंत्री बनाया गया और उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक सुधारों की शुरुआत की। उनके नेतृत्व में भारत ने बड़े आर्थिक सुधार किए, जिसमें लाइसेंस राज समाप्त करना, विदेशी निवेश को बढ़ावा देना और आर्थिक उदारीकरण की दिशा में कदम बढ़ाना शामिल था। यह सुधार भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित हुए और डॉ. सिंह के नाम से इस दौर को जाना जाता है।
2004 से 2014 तक, डॉ. सिंह देश के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत रहे। उनके प्रधानमंत्री बनने से भारत को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान मिली। उनकी नीतियों और नेतृत्व की छाप भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था पर हमेशा बनी रहेगी।
राजकीय शोक
मनमोहन सिंह के निधन पर UP Govt ने राजकीय शोक का ऐलान करते हुए आदेश जारी किया है कि राज्य में 1 जनवरी 2025 तक सभी सरकारी दफ्तरों में शोक मनाया जाएगा। इस दौरान कोई भी मनोरंजन गतिविधियां आयोजित नहीं की जाएंगी। वहीं, भारत सरकार ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है और डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।