Chandrashekhar Azad On Mayawati: बीते दिन 22 दिसंबर को आगरा में News1 India के भव्य कॉन्क्लेव “महाकुंभ मंथन” का आयोजन किया गया था। इस मौके पर चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए और उन्होंने इस मौके पर कहा जरुरी नहीं हर बार शिष्य त्याग दें। चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने मायावती के प्रति सम्मान दिखाते हुए कहा, “मायावती जी मेरी बड़ी हैं, मैं उनकी दीर्घायु की कामना करता हूं। उनके विचार और कांशीराम जी की मूर्ति मेरे दिल में हैं। जो काम उन्होंने किया, उसे नकारा नहीं जा सकता, लेकिन अभी भी समाज का बड़ा हिस्सा जागरूकता से दूर है।
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