नई दिल्ली ऑनलाइन खेल डेस्क। Nitish Kumar Reddy celebrated century in style of Pushpa फिल्म पुष्पा का ’मैं झुकेगा नहीं साला’ डायलॉग लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। नेता, राजनेता, बिजसनेसमैन की जुबान से ये डायलॉग अक्सर सुनने को मिल जाता है। कुछ ऐसा ही नजारा मेलबर्न टेस्ट मैच में भी देखने को मिला। जब टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज नीतीश कुमार रेड्डी ने भी अपने टेस्ट करियर की पहली फिफ्टी जड़ने के बाद कुछ ऐसा ही किया। उनका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें नीतीश रेड्डी अपने बल्ले से ’पुष्पा’ अंदाज में जश्न मनाते हुए नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं नीतीश कुमार रेड्डी ने जब शतक बनाया तो उन्होंने मैदान पर बल्ले का खड़ा कर अपना हैलमेट पहना दिया। सेंचुरी जड़ने के बाद ये अंदाज लोगों को खूब भा रहा है।
पहले जानें मेलबर्न टेस्ट के बारे में
भारत और आस्ट्रेलिया के बीच पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज खेली जा रही है। चौथा टेस्ट मैच मेलबर्न में चल रहा है। चौथे टेस्ट मैच का तीसरा दिन खत्म हो चुका है और भारत ने मुकाबले में वापसी कर ली हैं। खेल खत्म होने तक भारत ने 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए हैं और अब ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे है। नीतीश कुमार रेड्डी 176 गेंद में 105 रन और मोहम्मद सिराज 7 गेंद में 2 रन बनाकर नाबाद लौटे हैं। बता दें 5 गंवाकर 164 के स्कोर पर दिन की शुरुआत की थी। पहला सेशन ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा था। इस सेशन में 27 ओवर का खेल हुआ, जिसमें भारत ने 80 रन बनाए। वहीं ऑस्ट्रेलिया की टीम 2 विकेट चटकाने में कामयाब रही थी। दूसरे और तीसरे सेशन में भारत ने जबरदस्त वापसी की। तीसरे दिन कुल 70 ओवर का खेल हुआ, जिसमें टीम इंडिया ने 4 विकेट गंवाकर 194 रन बनाए।
अल्लू अर्जुन के स्टाइल में बनाया जश्न
मैच के तीसरे दिन नीतीश कुमार रेड्डी 176 गेंद में 105 रन और मोहम्मद सिराज 7 गेंद में 2 रन बनाकर नाबाद लौटे हैं। मेलबर्न मैच के हीरो के तौर पर नीतीश कुमार रेड्डी उभरे। उन्होंने संकट में फंसी टीम इंडिया को मुश्किलों से बाहर निकाला। सबसे पहले नीतीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न में अपने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक जड़ा। उन्होंने पहली फिफ्टी जड़ने के बाद पुष्पा फिल्म के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन के स्टाइल में जश्न मनाया, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। इतना ही नहीं अल्लू अर्जुन की फिल्म में डायलॉग है ’फ्लावर नहीं, फायर है मैं’। नीतीश ने भी खुद को ’फायर’ साबित किया और अपनी बैटिंग से सुंदर के साथ मिलकर भारत को एक बार फिर से फॉलोऑन से बचाया और ऑस्ट्रेलिया पर रेड्डी राज कायम कर दिया।
पिता की आंख से बहे आंसू
मेलबर्न के मैदान पर नीतीश रेड्डी के बल्ले से एक धमाकेदार रिकॉर्ड तोड़ शतक निकला और हजारों फैंस उनके सजदे में झुक गए। लेकिन फैंस के बीच में एक शख्स ऐसा भी था जो हस भी रहा था और रो भी रहा था। ये वही शख्स था जिसने नीतीश रेड्डी को फ्लावर से फायर बनाया है। ये शक्स या कोई नहीं बल्कि नीतीश के पिता मुत्याला रेड्डी थे। नीतीश रेड्डी को यहां तक पहुंचाने के लिए उनके पिता मुत्याला रेड्डी की ओर मेहनत और बलिदान भी शामिल है। बता दें, नीतीश रेड्डी ने छोटी सी उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। वहीं, नीतीश को क्रिकेटर बनाने के लिए उनके पिता मुत्याला रेड्डी ने एक बड़ा बलिदान दिया था और अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी थी। जब नीतीश 12 साल के थे, तब उनके पिता हिंदुस्तान जिंक में कर्मचारी थे।
फंड के पैसे से बेटे को बनाया क्रिकेटर
मुत्याला रेड्डी का तबादला विशाखापटनम से राजस्थान के उदयपुर में कर दिया गया था। लेकिन मुत्याला रेड्डी ने नौकरी छोड़कर नीतीश का समर्थन करने का फैसला किया था। बता दें, रेड्डी की सेवा के 25 साल बाकी थे जब उन्होंने जल्दी रिटायर होने फैसला लिया था। सरकारी नौकरी छोड़ने के बाद मुत्याला को काफी आर्थिक परेशानियों का सामना भी करना पड़ा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। वह रिटायरमेंट फंड से मिलने वाले ब्याज ही अपना घर चलाते थे। जिसके लिए रिश्तेदारों से काफी आलोचना भी की थी। लेकिन इस बाप-बेटे की जोड़ी ने कभी भी हार नहीं मानी। इतना ही नहीं, उनकी मां मानसा भी हमेशा नीतीश के साथ साथ खड़ी रहीं। नीतीश के पिता उन्हें एमके प्रसाद के पास लेकर गए। 12 साल के बच्चे को देख एमएके प्रसाद उस पर फिदा हो गए और उसी वक्त कह दिया कि ये आने वाले वक्त में भारत की तरफ से खेलेगा।
नीतीश ने बल्ले से दिया जवाब
जब नीतीश कुमार रेड्डी ने शतक बनाया तो मेलबर्न में बतौर दर्शक उनके पिता मुत्याला रेड्डी भी मौजूद थे। वह इस दौरान काफी इमोशनल नजर आए और मैदान पर ही रोने लगे। वह अपने बेटे के शतक को सेलिब्रेट कर रहे थे, लेकिन आखें नम भी थीं। बता दें, 21 साल के युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी का जब ऑस्ट्रेलिया के लिए सेलेक्शन हुआ था तो कई लोगों के मन में सवाल था कि बिना अनुभव वाले इस खिलाड़ी को टीम में क्यों चुना गया है। कई दिग्गजों ने इस खिलाड़ी की जगह पर सवाल भी उठाए थे। लेकिन नीतीश रेड्डी एक स्पराइज पैकेज साबित हुए। उन्होंने इस सीरीज में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। नीतीश से आगे सिर्फ हेड हैं।
नीतीश रेड्डी ने रच दिया इतिहास
नीतीश कुमार रेड्डी ने मेजबर्न में एक रिकार्ड बनाए। वह मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में सात या सातवें क्रम से निचे बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक लगाने वाले दुनिया के सबसे युवा क्रिकेटर बन गए हैं। उनसे पहले यह खास रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर केन विलजोएन के नाम दर्ज था। जिन्होंने 1931 में अपनी टीम की तरफ से 21 वर्ष और 231 दिन के उम्र में अर्धशतक लगाने का कमाल किया था। तीसरे स्थान पर और कोई नहीं बल्कि इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर जॉनी ब्रिग्स हैं। ब्रिग्स ने 1885 में सातवें या उससे निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 22 वर्ष और 90 दिन की उम्र में शतक जड़ा था। नीतीश कुमार का चयन आईपीएल के चलते टीम इंडिया में हुआ। उन्होंने भारत की तरफ से टी20 मैचों में शानदार प्रदर्शन किया। उन्हें गौतम गंभीर के कहने पर टीम इंडिया में चुना गया।