Delhi bomb threats investigation : दिल्ली के करीब 400 स्कूलों को ईमेल और कॉल के जरिए बम से उड़ाने की धमकियां दी गईं। हर बार स्कूलों में अफरातफरी मच जाती थी, पढ़ाई रोकनी पड़ती, और बच्चों को घर भेजना पड़ता। तलाशी के बाद भी कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली। पुलिस ने जांच शुरू की और 12वीं के एक छात्र को हिरासत में लिया।
छात्र के लैपटॉप से मिले सुराग
पुलिस ने बताया कि 8 जनवरी 2025 को भेजी गई आखिरी धमकी से एक बड़ा सुराग मिला। जब छात्र के लैपटॉप की फॉरेंसिक जांच की गई, तो पता चला कि 400 से ज्यादा ईमेल उसी से भेजे गए थे। पूछताछ में छात्र ने बताया कि वह एग्जाम नहीं देना चाहता था, इसलिए यह हरकत की।
पिता का एनजीओ से कनेक्शन
छात्र के पिता एक एनजीओ से जुड़े हैं, जिसने कभी आतंकी अफजल गुरु की फांसी का विरोध किया था। पुलिस की जांच में इस एनजीओ का एक राजनीतिक पार्टी से संबंध भी सामने आया है। पुलिस को शक है कि इस फर्जी धमकी के पीछे सिर्फ छात्र ही नहीं, बल्कि कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं।
तहकीकात जारी
पुलिस ने बताया कि ईमेल भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए ब्राउज़र की जांच जारी है। इससे जुड़े और भी सुराग मिलने की उम्मीद है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस पूरी साजिश का असली मास्टरमाइंड कौन है।
एक बच्चा अकेला ऐसा नहीं कर सकता
स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि जांच अभी शुरुआती दौर में है। 12 फरवरी 2024 से ही धमकी भरे मेल आ रहे थे, जिनके कारण कई बार एग्जाम भी रद्द करने पड़े। जब जनवरी 2025 में आखिरी मेल आया, तब पुलिस ने उस बच्चे को पकड़ा। लेकिन पुलिस को यकीन नहीं कि एक बच्चा अकेला ऐसा कर सकता है।
बड़े पैमाने पर जांच
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी मधुर तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि धमकी भरे ईमेल भेजने के लिए डार्क वेब और वीपीएन का इस्तेमाल हुआ। जांच में कई स्कूलों के नाम सामने आए, जहां फर्जी धमकियां दी गईं। पुलिस अब इस एनजीओ और राजनीतिक पार्टी के कनेक्शन को खंगाल रही है।
बीजेपी और आप के बीच सियासी जंग
पुलिस के खुलासे के बाद बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा। बीजेपी ने आरोप लगाया कि इस एनजीओ का आप सरकार से कनेक्शन है। वहीं, आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों को साजिश बताया और कहा कि बीजेपी जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।
किन स्कूलों को मिली धमकी
9 दिसंबर 2024 को 44 स्कूलों को ईमेल के जरिए धमकियां दी गईं। इनमें मदर मैरी स्कूल, ब्रिटिश स्कूल, और सलवान पब्लिक स्कूल शामिल थे। 13 दिसंबर को पश्चिम विहार, डीपीएस, और सफदरजंग के कई स्कूलों में धमकियां मिलीं। 8 जनवरी 2025 को वसंत विहार और आरके पुरम के स्कूलों को भी धमकी दी गई, लेकिन जांच कुछ नहीं मिला था।