KRIDA integrated development: कानपुर का विकास अब कानपुर रीजन इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट अथॉरिटी (KRIDA) से होगा, जो दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों के विकास के लिए बनाए गए एनसीआर की तर्ज पर कार्य करेगा। कानपुर और आस-पास के जिलों का समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। इससे कानपुर का औद्योगिकीकरण और शहरी विकास तेजी से होगा, साथ ही निकटवर्ती जिलों जैसे फतेहपुर, हमीरपुर, जालौन, कानपुर देहात और कन्नौज के क्षेत्रों को भी फायदा मिलेगा। सोमवार को इस विषय पर वर्चुअल बैठक आयोजित की जाएगी और KRIDA के गठन पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
कानपुर और आस-पास के जिलों का विकास
कानपुर और इसके आस-पास के क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए कानपुर रीजन इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट अथॉरिटी (KRIDA) के गठन की प्रक्रिया अब आगे बढ़ चुकी है। शासन की ओर से इसके परीक्षण की अनुमति मिल गई है और सोमवार को वर्चुअल बैठक में इसके दायरे और क्षेत्र की सीमाओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा। यह निर्णय उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों द्वारा लिया गया है, जिसमें मुख्य सचिव ने इसके औचित्य पर सहमति जताई और परीक्षण के निर्देश दिए हैं।
KDA की सीमा में अब घनी आबादी हो चुकी है, जिससे पूरे शहर का विकास एक चुनौती बन गया है। KRIDA का गठन कानपुर और आस-पास के जनपदों में विकास को एकीकृत तरीके से बढ़ावा देने का एक प्रमुख कदम है। अधिकारियों के अनुसार, फतेहपुर, हमीरपुर, जालौन, कानपुर देहात, कन्नौज और औरैया जैसे जिले अब कानपुर के विकास क्षेत्र में शामिल होंगे, जिससे इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं और निवेश में वृद्धि होगी।
K.R.I.D.A. से ही होगा विकास
कानपुर का औद्योगिक महत्व और इसके आसपास के क्षेत्रों का योगदान अब KRIDA द्वारा संगठित किया जाएगा। नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि कानपुर की तरह आसपास के क्षेत्रों में भी शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, और आवासीय विकास की आवश्यकता है। इस तरह से एक ठोस और योजनाबद्ध तरीके से विकास संभव होगा, जिससे कानपुर के औद्योगिकीकरण की जरूरतें पूरी हो सकेंगी।
मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश अवस्थी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि KRIDA का गठन कानपुर और आस-पास के क्षेत्रों में विकास की गति को तेज करेगा, जिससे यह क्षेत्र नोएडा की तरह विकसित हो सकेगा।