Adani Energy Solutions transmission success भारत की सबसे बड़ी बिजली पारेषण (transmission)और वितरण कंपनी, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (AESL) ने हाल ही में दो बड़ी पारेषण परियोजनाएं हासिल की हैं। इससे कंपनी की ऑर्डर बुक 54,700 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यह आंकड़ा चालू वित्त वर्ष (2024-25) की शुरुआत में मिले ऑर्डरों से तीन गुना ज्यादा है। यह कंपनी की बड़ी सफलता को दर्शाता है।
दो नई बड़ी पारेषण परियोजनाएं
निवेश बैंकिंग कंपनी जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार, अदाणी एनर्जी ने अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के दौरान राजस्थान में अक्षय ऊर्जा पार्क से जुड़ी दो बड़ी पारेषण परियोजनाएं हासिल की हैं। इनमें सबसे बड़ी परियोजना भादला-फतेहपुर एचवीडीसी (हाई-वोल्टेज डायरेक्ट करंट) परियोजना है, जो 25,000 करोड़ रुपये की है। यह अब तक का कंपनी का सबसे बड़ा ऑर्डर है। इन दोनों परियोजनाओं के मिलने से कंपनी को बहुत फायदा हुआ है और इसका कारोबार तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
मार्केट में अदाणी का दबदबा
इन नए ऑर्डरों के साथ, अदाणी एनर्जी की बाजार हिस्सेदारी भी बढ़ गई है। कंपनी की TBCB (टैरिफ बेस्ड कंपटीटिव बिडिंग) बाजार में हिस्सेदारी अब 17 प्रतिशत से बढ़कर 24 प्रतिशत हो गई है। यह कंपनी की बढ़ती ताकत को दर्शाता है। अब अदाणी एनर्जी के पास सबसे बड़ी ऑर्डर बुक है, जो 54,700 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। इसके अलावा, कंपनी ने एक नई पारेषण लाइन भी शुरू की है, जिससे उसके नेटवर्क में 1,000 किलोमीटर से ज्यादा सर्किट जुड़ गए हैं।
कंपनी की बढ़ती वैल्यू
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस की कंपनी का एंटरप्राइज वैल्यू 18.5 अरब डॉलर है, जो कंपनी की जबरदस्त वृद्धि को दिखाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले तीन वर्षों में कंपनी के प्रॉफिट में सालाना 29 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने का अनुमान है। कंपनी के पास स्मार्ट मीटरिंग जैसे अहम कारोबार भी हैं, जो उसकी भविष्य की सफलता को सुनिश्चित करते हैं। कैंटर फिट्ज़गेराल्ड जैसी वैश्विक ब्रोकरेज कंपनी ने इस पर अपनी रिपोर्ट जारी की है, जिसमें एईएसएल को भारत में तेजी से बढ़ते ऊर्जा बाजारों में निवेश का एक आकर्षक तरीका माना गया है।
कंपनी की भविष्यवाणी
अदाणी एनर्जी का मानना है कि वह अमेरिका, यूरोप या एशिया में किसी भी अन्य सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली यूटिलिटी या ऊर्जा कंपनी के मुकाबले तेजी से वृद्धि कर सकती है। कंपनी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 से 2026-27 तक उसका कुल रेवेन्यू सालाना 20 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा, और समायोजित ब्याज, टैक्स और डिप्रिसिएशन में भी सालाना 28.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। कंपनी का मानना है कि भविष्य में उसकी वृद्धि दर और अधिक तेज़ होगी।