Thumb sucking habit : हमने अक्सर छोटे बच्चों को अंगूठा चूसते हुए देखा है। यह पहली बार में प्यारा लग सकता है, लेकिन अगर यह आदत लंबे समय तक बनी रहे तो कई दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं। बच्चों का अंगूठा चूसना एक आम प्रक्रिया है, लेकिन माता पिता को इससे जुड़े नुकसान और सावधानियों के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है।
बच्चे क्यों चूसते हैं अंगूठा
भूख लगने पर
कई बार बच्चे भूख महसूस करते हैं और इसका संकेत देने के लिए अंगूठा चूसने लगते हैं।
मां का दूध पर्याप्त न होना
जब बच्चे को पर्याप्त दूध नहीं मिलता, तो वह अपनी भूख मिटाने के लिए अंगूठा चूसने लगता है।
सुरक्षा की भावना
अंगूठा चूसने से बच्चों को सुरक्षित महसूस होता है। यह उनके लिए सुकून का एक तरीका है।
तनाव या बेचैनी
तनाव या उत्तेजना के समय बच्चे अपनी उंगलियां, अंगूठा या अन्य चीजें चूसते हैं। इससे उन्हें आराम मिलता है।
अंगूठा चूसने के नुकसान
अधिकतर बच्चे 4 साल की उम्र तक या अपने दूसरे दांत निकलने से पहले यह आदत छोड़ देते हैं। लेकिन अगर यह जारी रहे, तो कई समस्याएं हो सकती हैं।
नाखून और त्वचा पर असर
अंगूठा चूसने से नाखून के आसपास की त्वचा कठोर हो जाती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
दांतों का अलाइनमेंट बिगड़ना
लगातार अंगूठा चूसने से दांत बाहर की ओर निकल सकते हैं, जिससे ऊपरी और निचले दांतों के बीच गैप आ सकता है।
शारीरिक संरचना पर असर
बच्चों के अंगूठे पतले और होंठ मोटे होकर लटक सकते हैं
पेट का संक्रमण
बच्चे खेलते समय अपने हाथों से गंदी चीजें छूते हैं। इन चीजों पर चिपके कीटाणु अंगूठा चूसने पर उनके पेट में चले जाते हैं, जिससे पेट का संक्रमण हो सकता है।
खाने पीने में रूचि कम होना
अंगूठा चूसने वाले बच्चे अक्सर खाने पीने से दूरी बना लेते हैं। यह आदत उनका ध्यान खाने से हटा देती है, जिससे उनका शारीरिक विकास प्रभावित होता है।
माता पिता को क्या करना चाहिए
बच्चों को अंगूठा चूसने से रोकने के लिए उनका ध्यान दूसरी चीजों की ओर लगाएं। बच्चों के हाथों को साफ रखें और समय समय पर धोते रहें। अगर आदत लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर से सलाह लें।
बच्चों की अंगूठा चूसने की आदत एक सामान्य प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना सही नहीं है। यह आदत उनके स्वास्थ्य और विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। माता पिता को धैर्यपूर्वक बच्चों को इस आदत से दूर करने के लिए उपाय करने चाहिए।