केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि लखनऊ स्थित विष विज्ञान प्रयोगशाला द्वारा की गई प्रारंभिक जांच में यह पाया गया है कि राजौरी में हुई रहस्यमयी मौतों का कारण कोई संक्रमण या बैक्टीरिया नहीं, बल्कि एक विष है। राजौरी राजकीय मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. अमरजीत सिंह भाटिया ने शुक्रवार को कहा कि इस स्थिति से निपटने के लिए सभी डॉक्टरों और चिकित्सा सहायकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। उन्होंने कहा, “पिछले डेढ़ महीने में तीन परिवारों के 17 लोगों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत के बाद, शीतकालीन अवकाश भी रद्द कर दिया गया है ताकि हम इस मेडिकल अलर्ट को संभाल सकें।”
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230 लोग क्वारंटाइन में, जांच जारी
अधिकारियों के अनुसार, एहतियात के तौर पर मृतकों के करीबी रिश्तेदारों समेत अन्य लोगों को राजौरी के नर्सिंग कॉलेज क्वारंटाइन सेंटर में भेजा गया है। इसके बाद, क्वारंटाइन में रखे गए लोगों की संख्या बढ़कर 230 हो गई है। इस मामले की गहरी जांच के लिए केंद्रीय दल ने शुक्रवार को मौतों के कारणों का अध्ययन किया। मृतकों के नमूनों में कुछ ‘न्यूरोटॉक्सिन’ पाए जाने के बाद, पुलिस ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है, जो अब इस मामले में आपराधिक पहलू की भी जांच कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में अब तक 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है।