Sukanya Samriddhi Yojana: हर माता पिता का सपना होता है कि उनकी बेटी अच्छी पढ़ाई करे और उसकी शादी में कोई आर्थिक दिक्कत न आए। सुकन्या समृद्धि योजना (SSA) इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए सरकार की ओर से शुरू की गई थी। यह योजना न केवल आकर्षक ब्याज दर (8.2%) देती है, बल्कि टैक्स छूट जैसे बड़े फायदे भी देती है।
योजना का उद्देश्य और ब्याज दर
22 जनवरी 2025 को यह योजना अपने 10वें साल में पहुंच गई। खास बात यह है कि मौजूदा तिमाही (जनवरी से मार्च 2025) में इसकी ब्याज दर 8.2% है, जो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) की 7.1% ब्याज दर से भी ज्यादा है। यह योजना उन माता पिता के लिए भरोसेमंद विकल्प बन गई है, जो अपनी बेटियों के लिए एक सुरक्षित और स्थिर फंड तैयार करना चाहते हैं।
कौन खोल सकता है खाता
खाता माता पिता या अभिभावक अपनी 10 साल से कम उम्र की बेटी के नाम पर खोल सकते हैं।
एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए खाते खुल सकते हैं।
जुड़वां या तीन बच्चियों के मामलों में नियम थोड़े लचीले हैं।
हर साल न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है।
निवेश अवधि 15 साल है, जबकि खाता 21 साल में मैच्योर होता है।
लॉक-इन पीरियड कमी या फायदा
इस योजना की सबसे बड़ी बात इसकी लॉक इन अवधि है। खाता 21 साल के लिए लॉक रहता है। आंशिक निकासी केवल बेटी के 18 साल की उम्र में या 10वीं कक्षा पास करने पर ही संभव है। यह लंबी अवधि पैसे का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करती है, लेकिन कई बार लिक्विडिटी की कमी एक चुनौती बन सकती है।
क्या बदलाव हो सकते हैं
विशेषज्ञों का मानना है कि निकासी की उम्र को थोड़ा लचीला बनाया जा सकता है।
1.5 लाख रुपये की सालाना निवेश सीमा को महंगाई दर के हिसाब से बढ़ाना चाहिए।
यह सीमा हर तीन साल में अपने आप संशोधित होनी चाहिए।
क्या इसे इक्विटी से जोड़ें
हालांकि यह योजना पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन इसे इक्विटी जैसे हाई-रिटर्न विकल्पों के साथ संतुलित करना बेहतर रहेगा। इससे माता पिता को बेटियों के लिए ज्यादा फंड तैयार करने में मदद मिलेगी।हालांकि, इसमें लिक्विडिटी की कमी है। निवेश सीमा बढ़ाने और निकासी में लचीलापन लाने से यह और बेहतर हो सकती है।