Aligarh violence: अलीगढ़ में एक गंभीर घटना घटी है, जहां पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा और मंदिर निर्माण को लेकर बवाल मच गया। इस घटना ने प्रशासन और पुलिस के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी। जब प्रशासन ने अंबेडकर की प्रतिमा को हटाने और मंदिर निर्माण को रोकने का आदेश दिया, तो यह ग्रामीणों को बुरी तरह नाराज कर गया, और उन्होंने सड़क पर उतरकर विरोध शुरू कर दिया।
क्या हुआ था
इब्राहिम भीमपुर गांव में कुछ दिनों पहले जाटव समाज के लोगों ने ग्राम समाज की जमीन पर डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की थी। इस बीच, दूसरे समुदाय ने उसी जगह पर मंदिर बनाने का काम शुरू कर दिया। यह दोनों पक्षों के बीच विवाद का कारण बना। प्रशासन ने इसे अवैध मानते हुए कार्रवाई का आदेश दिया।
मंगलवार शाम करीब सात बजे पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची, और उन्होंने प्रतिमा और मंदिर का निर्माण हटाना शुरू किया। इसके बाद अचानक गुस्साए हुए ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने पथराव करना शुरू कर दिया, जिससे चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं, गुस्साए ग्रामीणों ने चार मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया।
घटना के बाद प्रशासन की कार्रवाई
जब स्थिति बिगड़ी, तो पुलिस और प्रशासन ने और अधिक सख्ती से काम किया। एसएसपी संजीव सुमन और जिले के अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभालने की कोशिश की। पुलिस ने पथराव और आगजनी में शामिल लोगों की पहचान शुरू कर दी है।वहीं, पुलिस ने गांव के प्रधान, उनके पति और पूर्व प्रधान को गिरफ्तार कर लिया। घटना के बाद पुलिस ने इलाके में सख्ती बढ़ा दी है और जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
घटना की वजह
यह बवाल एक प्रशासनिक कार्रवाई से शुरू हुआ था, लेकिन जब यह प्रक्रिया बहुत तेजी से आगे बढ़ी और लोग उग्र हो गए, तो स्थिति हिंसक हो गई। दोनों पक्षों के बीच इस भूमि को लेकर लंबा विवाद था, और प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों ने उसमें आग में घी डालने का काम किया।
यह घटना अलीगढ़ के लिए एक बड़ी चिंता का कारण बन गई है। प्रशासन और पुलिस की कोशिश अब यह सुनिश्चित करने की है कि स्थिति और ज्यादा बिगड़े बिना नियंत्रित हो जाए। पुलिस ने कई संदिग्धों की पहचान कर ली है, और इलाके में शांति स्थापित करने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।