Panna accident: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में स्थित जेके सीमेंट प्लांट में एक बड़ा हादसा हुआ है। हादसा उस समय हुआ जब एक निर्माणाधीन यूनिट में छत की स्लैब गिर गई, जिसके कारण दो मजदूरों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा मजदूर घायल हो गए। यह घटना पगरा गांव के सिमरिया थाना क्षेत्र में हुई। हादसे के बाद Panna पुलिस और Panna प्रशासन की टीमें मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने में जुटी हुई हैं। हालांकि, हादसे के सही कारणों की जांच अभी जारी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हादसे को लेकर प्रशासन की ओर से उचित कदम नहीं उठाए गए।
हादसे का कारण
जेके सीमेंट प्लांट के निर्माणाधीन हिस्से में छत की स्लैब डाली जा रही थी। इस दौरान सेंटरिंग (सहायक संरचना) गिर गई, जिसके कारण भारी स्लैब नीचे गिर पड़ा। इस घटना में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के वक्त प्लांट में करीब 50 मजदूर काम कर रहे थे। फिलहाल, पुलिस और प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। मलबे में दबे मजदूरों को निकालने की कोशिशें जारी हैं। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है, लेकिन मृतकों और घायलों की संख्या की सही पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है।
Panna प्रशासनिक कदम
घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया, खासकर तब जब प्रशासन ने उन्हें प्लांट के अंदर जाने से रोक दिया। लोग आरोप लगा रहे हैं कि प्रशासन ने सही समय पर राहत कार्य नहीं शुरू किया। घटना के बाद, खजुराहो के सांसद और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने जिला प्रशासन से बातचीत की और तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, घायलों को समुचित इलाज देने की बात भी कही।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
घटना पर राजनीति भी गरमा गई है। विष्णुदत्त शर्मा ने इस हादसे की गहन जांच की मांग की है और राज्य सरकार से मामले की जांच करने की अपील की है। स्थानीय प्रशासन ने घायल मजदूरों को तत्काल चिकित्सा उपचार देने के निर्देश दिए हैं और जांच के लिए अधिकारियों को मौके पर भेजा है।
यह हादसा Panna जिले के औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा प्रबंधों की स्थिति पर भी सवाल खड़ा करता है, जो अब सरकार और प्रशासन की प्राथमिकता बन गई है।