Kanpur leather export : सबका साथ सबका विकास को चरितार्थ करते हुए कानपुर के मुस्लिम चमड़ा व्यापारियों को इस बजट ने दे दी एक बड़ी सौगात कानपुर के चमड़ा निर्यातक अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाकिस्तान से जूझ रहे थे इस बजट मे मुश्किलों मे पड़े इन कानपुर के चमड़ा उद्योग से जुड़े व्यापारियों के लिए एक अच्छी खबर आई है। सरकार ने क्रस्ट लेदर के निर्यात पर लगने वाले 20% शुल्क को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। अब कानपुर के व्यापारी बिना किसी अतिरिक्त टैक्स के अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने चमड़े का निर्यात कर सकेंगे। इससे कानपुर अब पाकिस्तान के सियालकोट जैसे बड़े चमड़ा बाजारों से टक्कर ले सकेगा।
क्या होता है क्रस्ट लेदर
क्रस्ट लेदर वह चमड़ा होता है, जिसे हल्की प्रोसेसिंग के बाद बेचा जाता है। इसे पूरी तरह से तैयार नहीं किया जाता, बल्कि इसे आगे प्रोसेस करके जूते, बैग, जैकेट और दूसरे चमड़े के सामान बनाए जाते हैं। पहले इस चमड़े के निर्यात पर 20% टैक्स लगता था, जिससे हमारे व्यापारी अंतरराष्ट्रीय बाजार में मुकाबला नहीं कर पाते थे। अब टैक्स हटने के बाद कानपुर का चमड़ा अन्य देशों में ज्यादा सस्ते दामों पर बेचा जा सकेगा, जिससे हमारी पकड़ ग्लोबल मार्केट में और मजबूत होगी।
व्यापारियों में खुशी की लहर
इस फैसले से कानपुर के चमड़ा कारोबारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। कई व्यापारी मानते हैं कि इससे उनके कारोबार को नई ताकत मिलेगी। एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, पहले भारी टैक्स के कारण हम मुकाबला नहीं कर पाते थे, लेकिन अब हम खुलकर व्यापार कर पाएंगे। हमारी लागत कम होगी और मुनाफा बढ़ेगा।
नए रोजगार के रास्ते खुलेंगे
इस फैसले का एक बड़ा फायदा यह भी होगा कि चमड़ा उद्योग में नए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। जब निर्यात बढ़ेगा, तो उत्पादन भी बढ़ेगा, जिससे ज्यादा लोगों को नौकरी मिलेगी। एक फैक्ट्री मालिक ने कहा, अब हमें और वर्कर्स की जरूरत पड़ेगी, क्योंकि ऑर्डर ज्यादा आएंगे। यह बदलाव हमारी इंडस्ट्री के लिए बहुत फायदेमंद है।
‘मेड इन कानपुर’ ब्रांड को मिलेगी नई पहचान
इस फैसले से कानपुर के चमड़ा उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी। अब हमारे उत्पाद और देशों में आसानी से पहुंच सकेंगे, जिससे ‘मेड इन कानपुर’ ब्रांड को मजबूती मिलेगी। एक उद्योग विशेषज्ञ ने कहा, यह फैसला कानपुर को चमड़ा बाजार में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
कुछ चुनौतियां भी सामने आएंगी
हालांकि, टैक्स हटने से व्यापार में तेजी आएगी, लेकिन इसके साथ कुछ चुनौतियां भी होंगी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा और बढ़ेगी, जिससे हमें अपनी क्वालिटी और डिलीवरी टाइम पर खास ध्यान देना होगा। एक निर्यातक ने कहा, हमें अब अपने प्रोडक्ट्स की क्वालिटी और समय पर डिलीवरी को प्राथमिकता देनी होगी, ताकि ग्राहक हमसे जुड़े रहें।
कुल मिलाकर, क्रस्ट लेदर के निर्यात शुल्क को हटाना कानपुर के चमड़ा व्यापार के लिए एक बड़ा मौका है। इससे न केवल व्यापार बढ़ेगा, बल्कि कानपुर की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि हमारे व्यापारी इस अवसर का कैसे फायदा उठाते हैं और कानपुर को चमड़ा उद्योग में नई ऊंचाइयों तक ले जाते हैं।