weight loss medicine death case : यूपी के बागपत में एक किसान नेता की वजन कम करने की दवा खाने से मौत हो गई। 40 साल के फुरकान ने ऑनलाइन दवा मंगवाई थी, जिसे लेने के बाद उनकी किडनी खराब हो गई। सात महीने तक इलाज चला, लेकिन डायलिसिस के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
बिना सोचे समझे खाई दवा,बनी जानलेवा
बागपत के रहने वाले फुरकान ने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा, जिसमें वजन कम करने की चमत्कारी दवा के बारे में बताया गया था। बिना डॉक्टर से सलाह लिए उन्होंने यह दवा मंगवाई और खाने लगे। शुरुआत में वजन तेजी से घटा, लेकिन धीरे धीरे उनकी तबीयत बिगड़ने लगी
किडनी फेल होने के बाद इलाज शुरू
फुरकान को जब कमजोरी और पेट में सूजन महसूस हुई, तो परिवार वाले उन्हें अस्पताल ले गए। कई जगह इलाज कराने के बाद आखिरकार उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी किडनी बुरी तरह से खराब हो चुकी है और डायलिसिस की जरूरत पड़ेगी। परिवार ने हर संभव इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
भाई का बयान छह महीने से खा रहे थे दवा
फुरकान के भाई इरफान ने बताया कि उन्होंने छह सात महीने पहले यह दवा मंगाई थी और लगातार खा रहे थे। दवा खाने के कुछ समय बाद उनका वजन तो कम हुआ, लेकिन शरीर पर इसका गलत असर पड़ने लगा। जब तक परिवार को दवा के खतरनाक साइड इफेक्ट्स का पता चला, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
कौन थे फुरकान
फुरकान समाजवादी पार्टी में नगर अध्यक्ष और जिला सचिव रह चुके थे। बाद में उन्होंने किसान मजदूर संगठन जॉइन किया और जिला उपाध्यक्ष बने। उनके निधन से इलाके में शोक की लहर है।
बड़ा सवाल, क्या ऐसी दवाएं सुरक्षित हैं
आजकल इंटरनेट पर बिना किसी प्रमाण के वजन घटाने की दवाएं बिक रही हैं। बिना जांच पड़ताल लोग इन्हें खरीद लेते हैं और बिना डॉक्टर की सलाह के सेवन करते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसी दवाएं शरीर को अंदर से कमजोर कर सकती हैं और कई बार जानलेवा भी साबित हो सकती हैं।
बिना डॉक्टर की सलाह न लें दवा
फुरकान की मौत से एक सीख मिलती है कि बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा लेना खतरनाक हो सकता है। वजन घटाने के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम सबसे सही तरीका है।