Delhi Exit Poll: दिल्ली की 70 सीटों के लिए 5 फरवरी को मतदान हुआ। करीब एक करोड़ 57 लाख वोटर्स ने सुबह से बूथों पर पहुंच कर वोटिंग की। मतदान खत्म होते ही एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ गए हैं। सर्वे में बड़ा सियासी उलटफेर होता हुआ नजर आ रहा है। अधिकांश एजेंसियों के सर्वे में बीजेपी की बढ़त बताई जा रही है। जबकि आम आदमी पार्टी (आप) पिछली बार की तुलना में कमजोर होती नजर आ रही है।
70 सीटों पर हुई वोटिंग
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 699 कैंडीडेट चुनावी अखाड़े में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 5 फरवरी की सुबह से वोटिंग शुरू हुई और शाम के पांच बजे के बाद मतदान संपन्न हो गया। अब इंतजार है 8 फरवरी का। दिल्ली विधानसभा के नतीजे इसी दिन आएंगे। इससे पहले तमाम न्यूज चैनल और न्यूज एजेंसियों के एक्टिल पोल के सर्वे सामने आए हैं। सर्वे में इसबार बीजेपी की सरकार बनते हुए दिख रही है। सर्वे के मुताबिक वोटर्स ने इसबार अरविंद केजरीवाल को सत्ता से बेदखल करने जा रहे हैं।
एक्जिट पोल में बीजेपी को बढ़त
पोल डायरी के अनुसार बीजेपी को 42-50 सीटें, पीपल्स इनसाइड के सर्वे में 40-44 सीटें, और पी-मार्क के एग्जिट पोल में 39-49 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, आप की स्थिति कमजोर होती दिख रही है। जेवीसी और मैट्रिज के एग्जिट पोल्स में आप को 22-37 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। हालांकि, वी-प्रीसाइड के सर्वे में आप को 46-52 सीटों के साथ बहुमत मिलता दिख रहा है, जिससे तस्वीर पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो रही।
कांग्रेस को 2-3 सीटें मिलने की संभावना
दिल्ली में कांग्रेस लगातार तीसरे चुनाव में खराब प्रदर्शन करती दिख रही है। लगभग सभी एग्जिट पोल्स में उसे 0-2 सीटों के बीच सिमटते दिखाया गया है। चाणक्य स्ट्रेटजीस और मैट्रिज के एग्जिट पोल्स में कांग्रेस को 2-3 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, लेकिन यह उसके लिए संतोषजनक नहीं है।
आप को स्पष्ट बढ़त दी थी
बतादें, 2020 में लगभग सभी एग्जिट पोल्स ने आप को स्पष्ट बढ़त दी थी, जो नतीजों में भी दिखी। तब आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को 8 सीटें मिली थीं। 2025 के एग्जिट पोल्स में बीजेपी को मजबूत बताया जा रहा है, जिससे साफ है कि इस बार मुकाबला कड़ा होने वाला है।
आतिशी को नया सीएम बनाया
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है और आतिशी मुख्यमंत्री हैं। आप ने लगातार 2013, 2015, 2020 में जीत हासिल की और अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने। हालांकि, शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल फंस गए और उन्हें मार्च 2024 में जेल जाना पड़ा। सितंबर में जब वो जमानत पर बाहर आए तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया और पार्टी ने आतिशी को नया सीएम बनाया ।
और अरविंद केजरीवाल सीएम बने
बीजेपी ने दिल्ली में 1993 में जीत हासिल की थी, उसके बाद कभी जीत नसीब नहीं हुई। वहीं, कांग्रेस ने 1998, 2003, 2008 में लगातार जीत हासिल की और शीला दीक्षित मुख्यमंत्री रहीं। इसके बाद दिल्ली की सत्ता आप के हाथों में चली गई और अरविंद केजरीवाल सीएम बने। अन्ना हजारे के आंदोलन के बाद राजनीति में आए अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की जनता ने इकतरफा जीत दिलाई पर 2025 के सर्वे आप के लिए बुरी खबर बनकर सामने आए हैं।
संदीप दीक्षित के बीच मुकाबला
नई दिल्ली सीट सबसे हाई-प्रोफाइल है. यहां आप संयोजक अरविंद केजरीवाल, बीजेपी के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित के बीच मुकाबला है। पटपड़गंज सीट पर आप से अवध ओझा, बीजेपी से रविंदर सिंह नेगी और कांग्रेस से अनिल चौधरी के बीच टक्कर है। उत्तर पश्चिमी इलाके की रोहिणी सीट पर आप से प्रदीप और बीजेपी से विजेंद्र गुप्ता के बीच मुकाबला हो रहा है।
त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल रहा
कालकाजी सीट पर दिल्ली की वर्तमान सीएम आतिशी, बीजेपी से पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस से अलका लांबा के बीच त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल रहा है। जंगपुरा सीट से आप से मनीष सिसोदिया, बीजेपी से सरदार तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस से फरहाद सूरी मैदान में हैं।