Delhi Election 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में रोहिणी सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा। यहां भाजपा के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की और पार्टी ने इस सीट पर अपनी पकड़ मजबूत की। आम आदमी पार्टी के लिए यह हार एक बड़ा झटका साबित हुई, क्योंकि रोहिणी सीट को पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण गढ़ माना जा रहा था।
भा.ज.पा. के उम्मीदवार ने चुनावी प्रचार के दौरान स्थानीय मुद्दों को प्रमुखता दी थी, जो जनता के बीच काफी आकर्षक साबित हुआ। खासकर दिल्ली सरकार की नीतियों और प्रशासनिक समस्याओं को लेकर भाजपा ने जनता को जागरूक किया, जिससे उन्हें काफी समर्थन मिला।
कैसा है रोहिणी सीट का सियासी समीकरण ?
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के विजेंद्र गुप्ता ने 62,174 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की थी। आम आदमी पार्टी (AAP) के राजेश नाम बंसीवाला को 49,526 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के सुमेश गुप्ता को सिर्फ 1,963 वोट प्राप्त हुए थे। 2015 के चुनाव में भी विजेंद्र गुप्ता ने 59,867 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। उस साल आम आदमी पार्टी के सीएल गुप्ता को 54,500 वोट और कांग्रेस के सुखबीर शर्मा को 3,399 वोट मिले थे। रोहिणी निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच प्रतिस्पर्धा स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, जो यहां के राजनीतिक परिदृश्य और समय के साथ मतदाताओं की बदलती प्राथमिकताओं को दर्शाती है।
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पहले रोहिणी सीट पर कौन रहे विजेता ?
- 2020: विजेंद्र गुप्ता (भाजपा)
- 2015: विजेंद्र गुप्ता (भाजपा)
- 2013: विजेंद्र गुप्ता (भाजपा)
- 2008: प्रेम सिंह (कांग्रेस)
- 2003: विजेंद्र गुप्ता (भाजपा)
- 1998: चंद्र मोहन (कांग्रेस)
- 1993: विजय कुमार मलिक (भाजपा)
रोहिणी विधानसभा चुनाव 2025
रोहिणी में बुनियादी सुविधाएं अच्छी तरह से विकसित हैं, जिसमें विभिन्न बाजार, स्कूल, कॉलेज और अस्पताल शामिल हैं। मेट्रो सेवाओं की उपलब्धता यहां के निवासियों के लिए कनेक्टिविटी को और भी बेहतर बनाती है, जिससे दैनिक यात्रा को सुविधाजनक और प्रभावी बनाया गया है। रोहिणी अपनी रणनीतिक स्थिति और उपलब्ध सुविधाओं के कारण दिल्ली के विकास में अहम भूमिका निभाता है। इसका महत्व शहर के समग्र विकास और शहरी योजनाओं में इसके योगदान से स्पष्ट होता है।