कुशल रणनीतिकार हैं अतुल गर्ग
गाजियाबाद सांसद अतुल गर्ग को कुशल रणनीतिकारों में गिना जाता है। गाजियाबाद की सदर विधानसभा सीट से विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य राज्य मंत्री रह चुके अतुल गर्ग ने कोरोना काल में मरीजों के बीच जाकर उनके इलाज के लिए प्रयास किया था। उत्तर प्रदेश सरकार में उर्वरक आपूर्ति, किराया नियंत्रण, उपभोक्ता संरक्षण एंव खाद्य सुरक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में कार्य करते हुए न केवल अपने विधानसभा क्षेत्र बल्कि प्रदेश में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी।
2024 में बने सांसद
2022 के विधानसभा चुनाव में अपने ही रिकॉर्ड को तोड़कर विधायक बने अतुल गर्ग को पार्टी ने 2024 के चुनाव में लोकसभा प्रत्याशी बनाया और अतुल गर्ग प्रचंड जीत के साथ लोकसभा में पहुंचे। पूर्व में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के चुनाव अभियान के संयोजक रहे अतुल को इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सह प्रभारी बनाया था। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और दिल्ली विधानसभ चुनाव के प्रभारी विनोद तावड़े के साथ मिलकर दिल्ली के चुनाव में उन्होंने जी तोड़ मेहनत की थी।
निभाई महत्वपूर्ण भूमिका
भाजपा में जितने भी असंतुष्ट थे सबसे मुलाकात करके उन्होंने उन्हें संतुष्ट किया था वैश्य वर्ग की नाराजगी को दूर किया। जो वैश्य वर्ग केजरीवाल को पसंद करता था उसे आप पार्टी से दूर करने में अतुल गर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका थी। अतुल गर्ग ने न केवल पार्टी प्रत्याशियों के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि पार्टी के 27 साल के वनवास को खत्म करते हुए दिल्ली की सत्ता तक पहुंचाया।
गर्ग की सलाह से चुना जाएगा दिल्ली का सीएम
अतुल गर्ग भी दिल्ली की जीत के नायकों में से एक नायक है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के कहने पर अतुल गर्ग को कोर कमेटी में शामिल किया गया है। यही कोर कमेटी दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनकी संभावित कैबिनेट का पूरा खाका तय़ करेगी।