लताकिया और टार्टस में हिंसा, सड़कों पर खून की नदियां
गुरुवार को लताकिया प्रांत Syria के जाबलेह में असद समर्थकों और नए सुरक्षा बलों के बीच घातक झड़पें शुरू हुईं। रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया गया, जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए। सीरियाई वेधशाला के अनुसार, इस हिंसा में 125 सुरक्षा बल और 148 असद समर्थक भी मारे गए।
टार्टस और लताकिया प्रांतों में 45 अलावी नागरिकों को सरकार समर्थक लड़ाकों ने निशाना बनाया। चश्मदीदों के अनुसार, कई नागरिकों को उनके घरों से निकालकर गोलियों से भून दिया गया। रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया कि असद समर्थकों ने घरों को लूटा और आग के हवाले कर दिया। इस बीच, सीरियाई सरकार ने हालात पर काबू पाने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को इन क्षेत्रों में तैनात किया। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता हसन अब्दुल गनी ने कहा कि हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना ने फिर से नियंत्रण स्थापित कर लिया है।
महिलाओं और बच्चों के साथ बर्बरता
Syria हिंसा के दौरान महिलाओं और बच्चों को भी निशाना बनाया गया। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिलाओं को जबरन नग्न होकर सड़कों पर चलने के लिए मजबूर किया गया। स्काई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, एक किशोर लड़के को एक राइफल थमाकर अपने ही परिवार पर गोली चलाने को मजबूर किया गया।
बनियास निवासी समीर हैदर ने एएफपी को बताया कि सशस्त्र समूहों ने उनके भाइयों और भतीजी की हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि हिंसा में विदेशी लड़ाके भी शामिल थे।
अलावाइट समुदाय पर हमला, बदले की आग में जल रहा सीरिया
लताकिया और टार्टस प्रांतों में रहने वाले अलावाइट समुदाय को विशेष रूप से निशाना बनाया जा रहा है। ये समुदाय लंबे समय से असद परिवार के समर्थक रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुन्नी लड़ाकों ने अलावाइट नागरिकों को बदले की भावना से मारना शुरू कर दिया है।
Syria में फैली इस अराजकता को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी चिंतित है। ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और इटली ने इस संकट पर चिंता जताते हुए सभी पक्षों से हिंसा रोकने की अपील की है। लेकिन जमीनी हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं और सीरिया एक और गृहयुद्ध की ओर बढ़ता दिख रहा है।