Pakistan Train Hijack : पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के हाईजैक होने की घटना ने दुनिया को चौंका दिया। इस हमले में ट्रेन में सवार 500 लोगों को बंधक बना लिया गया। जाफर एक्सप्रेस, जो क्वेटा से पेशावर जा रही थी, पर अचानक हमला किया गया। इस दौरान हथियारबंद हमलावरों ने ट्रेन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे ट्रेन का ड्राइवर घायल हो गया और पाक सुरक्षाबलों के छह जवान मारे गए। इसके बाद हमलावर ट्रेन में चढ़ गए और स्थिति पर नियंत्रण कर लिया। बीएलए ने इस हमले में पंजाबियों और पाक सेना से जुड़े लोगों को निशाना बनाया। ट्रेन में इन लोगों का होना इस हमले के कारणों में से एक हो सकता है।
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पाकिस्तान PM ने भारत पर लगाए गंभीर आरोप
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने बलूचिस्तान ट्रेन अपहरण मामले में भारत पर निराधार आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, “इस हमले के पीछे भारत का हाथ है और अफगानिस्तान से ये हमले संचालित हो रहे हैं।” जब उनसे TTP और बलूच विद्रोहियों के संबंधों पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने इसका सीधा आरोप भारत पर लगा दिया और कहा, “यह सब इंडिया कर रहा है, इसमें कोई शक नहीं।”
27 अलगाववादी ढेर
अब तक सुरक्षा बलों ने 155 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, 27 विद्रोहियों को मार गिराया गया है। सूत्रों ने यह भी बताया कि जाफर एक्सप्रेस पर हमला करने वाले अलगाववादी अफगानिस्तान में अपने सहयोगियों से संपर्क में हैं। इसके अलावा, सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि आत्मघाती हमलावरों ने कुछ बंधक बनाए गए यात्रियों को अपने पास रखा है।
पाकिस्तान PM शहबाज शरीफ ने क्या कहा ?
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को मंगलवार को BLA के विद्रोहियों ने हाईजैक कर लिया था। इन विद्रोहियों के चंगुल से बंधकों को छुड़ाने के लिए सेना ने ऑपरेशन शुरू किया है। इस पूरे मामले पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि दुर्गम इलाका होने के बावजूद हमारे सैनिक बड़ी बहादुरी से बंधकों को छुड़ाने में लगे हैं।
बलूच लिबरेन आर्मी ने क्या कहा ?
बीएलए की बहुत स्पष्ट और सीधे तौर पर रखी गई मांगें हैं, जिन्हें बलूच कई बार दुनिया के सामने पेश कर चुके हैं। उनका कहना है कि वे बलूचिस्तान को एक अलग प्रांत या देश मानते हैं, जहां उनकी खुद की सरकार होनी चाहिए। बलूचों की सबसे पहली और प्रमुख मांग यह है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान की किसी भी एजेंसी या सुरक्षा बल का कोई भी प्रतिनिधि नहीं होना चाहिए।