US Tariff War: दुनियाभर में ट्रेड वॉर का दौर शुरू हो चुका है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी का असर कई देशों पर दिखाई देने लगा है। हाल ही में व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत में अमेरिकी शराब पर लगाए जाने वाले 150% टैरिफ का मुद्दा उठाया गया। प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि भारत सहित कई देश अमेरिका पर भारी टैरिफ लगा रहे हैं, जो कि न्यायसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि कनाडा अमेरिकियों के साथ धोखा कर रहा है, जबकि भारत अमेरिकी शराब पर 150% का टैरिफ वसूल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने जापान पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वहां चावल पर 700% का टैरिफ है।
व्हाइट हाउस का सख्त बयान
US व्हाइट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि अमेरिका और अमेरिकियों के साथ कई देश धोखा कर रहे हैं। उन्होंने कनाडा पर स्टील और एल्युमिनियम उत्पादों पर टैरिफ को दोगुना कर 50% करने की घोषणा का भी समर्थन किया। लेविट ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप पारस्परिकता में विश्वास करते हैं और निष्पक्ष व्यापार की नीति अपनाना चाहते हैं।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अमेरिकी पनीर और बटर पर कनाडा ने लगभग 300% का टैरिफ लगाया है, जो कि पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है। साथ ही भारत और जापान द्वारा अमेरिकी उत्पादों पर भारी शुल्क लगाने का मुद्दा भी उठाया गया। भारत द्वारा अमेरिकी शराब और कृषि उत्पादों पर क्रमशः 150% और 100% का टैरिफ लगाए जाने पर भी व्हाइट हाउस ने नाराजगी जाहिर की।
भारत पर आरोप और ट्रंप का बयान
US व्हाइट हाउस ने भारत पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिकी शराब पर 150% का टैरिफ लगाने से केंटकी बोरबॉन के निर्यात में बाधा उत्पन्न हो रही है। लेविट ने कहा कि भारत के अलावा जापान भी अमेरिकी चावल पर 700% का टैरिफ वसूल रहा है।
डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि अमेरिका को दशकों से लूटा गया है और अब समय आ गया है कि हम अपनी हकदारी की वापसी करें। उन्होंने कहा कि अमेरिका दुनिया के हर देश और कंपनी से लूटा गया है और अब इसका जवाब देने का समय आ गया है।
ट्रेड वॉर का बढ़ता प्रभाव
डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी ने वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल मचा दी है। कनाडा के साथ US टैरिफ विवाद के बाद अब भारत और जापान भी निशाने पर आ गए हैं। जहां एक ओर कनाडा पर स्टील और एल्युमिनियम पर 50% टैरिफ लगाने का फैसला हुआ है, वहीं दूसरी ओर भारत के खिलाफ भी कदम उठाने की संभावना जताई जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की टैरिफ वॉर से अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अमेरिका की ओर से लगातार उठाए जा रहे कड़े कदम यह संकेत देते हैं कि आने वाले दिनों में और भी कड़े फैसले लिए जा सकते हैं। ऐसे में भारत समेत अन्य देशों को अपनी व्यापार नीतियों पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।