लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। यूपी एटीएस ने होली पर्व पर एक बड़ा ऑपरेशन लांच करते हुए लखनऊ से आईएसआई के संदिग्ध एजेंट को गिरफ्तार किया है। एटीएस को आरोपी के पास से कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। यूपी एटीएस संदिग्ध के साथ पूछताछ कर रही है। वह यहां किस मकसद से आया था। उसे कैसे गिरफ्तार किया गया, साथ ही उसके पास से क्या-क्या अहम जानकारी मिली है। इस बारे में यूपी एटीएएस लखनऊ में दो बजे पत्रकार वार्ता करेगी। वहीं आगरा से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री फिरोजाबाद के चार्जमैन रविंद्र कुमार और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। उन पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को गुप्त सैन्य और वैज्ञानिक जानकारी भेजने का आरोप है।
आईएसआई के एक एजेंट को दबोचा
यूपी एटीएस की तरफ से होली पर्व से ठीक पहले बड़ा ऑपरेशन लांच किया गया। इसी कड़ी में लखनऊ से एटीएस ने आईएसआई के एक एजेंट को दबोचा है। एटीएस आरोपी को अरेस्ट कर अपने साथ लेकर चली गई है। संदिग्ध के साथ पूछताछ जारी है। पूरे मामले पर यूपी एटीएस दो बजे प्रेसवार्ता के जरिए पकड़े गए संदिग्ध के बारे में जानकारी देगी। वहीं सटीक सूचना पर उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ने आगरा से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री फिरोजाबाद के चार्जमैन रविंद्र कुमार और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है। उन पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को गुप्त सैन्य और वैज्ञानिक जानकारी भेजने का आरोप है।
पूरे खेल में रविंद्र फंसता गया
यूपी एटीएस की जांच में सामने आया है कि रविंद्र कुमार को आईएसआई की एक महिला एजेंट ने ‘नेहा शर्मा’ नाम से बनाए गए फर्जी फेसबुक अकाउंट के जरिए अपने जाल में फंसाया था। महिला एजेंट ने सोशल मीडिया के जरिए रविंद्र से पहले दोस्ती की। इसके बाद उससे संवेदनशील जानकारी लेने लगी। इस पूरे खेल में रविंद्र फंसता गया। बातचीत के दौरान महिला ने खुद को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का एजेंट बताया और पैसों का लालच देकर रविंद्र से गुप्त जानकारी हासिल की। यूपी एटीएस अब रविंद्र से देश में आईएसआई के फैले पूरे नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
गोपनीय दस्तावेज पाकिस्तान भेजे
रविंद्र ने आईएसआई एजेंट को ऑर्डिनेंस फैक्ट्री फिरोजाबाद से जुड़े कई गोपनीय दस्तावेज पाकिस्तान भेजे। इनमें ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की डेली प्रोडक्शन रिपोर्ट भी शामिल है। इसके अलावा स्क्रीनिंग कमिटी के गोपनीय पत्र भी उसने लीक किए। साथ ही, ड्रोन और गगनयान प्रोजेक्ट से जुड़ी अहम जानकारियां दोनों ने लीक की हैं। यूपी एसटीएस को रविंद्र के मोबाइल से सेना और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से जुड़े कई गोपनीय दस्तावेज बरामद हुए हैं। इनमें 51 गोरखा राइफल्स के अफसरों और लॉजिस्टिक ड्रोन के ट्रायल से जुड़ी जानकारी भी शामिल है।
पूरे मामले की गहराई से जांच
जांच में पाया गया कि उसने व्हाट्सएप के जरिए भी ये संवेदनशील जानकारियां साझा की थीं। यूपी एटीएस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। रविंद्र के अन्य संपर्कों की भी तलाश कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। इससे देश में आईएसआई के नेटवर्क का पर्दाफाश हो सकता है। रवींद्र के सहयोगी से भी एटीएस की पूछताछ जारी है। सूत्र बताते हैं कि रवींद्र का सहयोगी भी आईएसआई की महिला एजेंट के संपर्क में था। आईएसआई की महिला एजेंट ने उसे भी अपने प्यार के जाल में फंसाया और गुप्त जानकारियां हासिल की।
आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया था
बीते दिनों से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश एसटीएफ और पंजाब पुलिस को संयुक्त अभियान में छह मार्च को यूपी के कौशांबी जिले से बब्बर खालसा इंटरनेशनल के एक सक्रिय आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार आतंकवादी लाजर बब्बर खालसा इंटरनेशनल के जर्मन-आधारित मॉड्यूल के प्रमुख स्वर्ण सिंह उर्फ जीवन फौजी के लिए काम करता है और पाकिस्तान स्थित प्ैप् के गुर्गों के साथ सीधे संपर्क में था। आतंकी लजर मसीह से पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। पता चला है कि आतंकी लजर की दिल्ली से प्रयागराज आ रही श्रद्धालुओं से भरी बस को उड़ाने की भी साजिश थी।
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने हमले की साजिश रची
बीते दिनों ही फरीदाबाद के बांस रोड पाली से पकड़े गए अब्दुल रहमान (19) को लेकर बड़ा खुलासा हुआ था। आतंकी संगठन आईएसआईएस ने अब्दुल रहमान को अयोध्या राम मंदिर पर हमला करने के लिए तैयार किया था। आधिकारिक सूत्र ने बताया कि आतंकी संगठन आईएसआईएस की क्षेत्रीय शाखा इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने इस हमले की साजिश रची। ब्रेनवॉश कर अब्दुल रहमान व अन्य को अयोध्या में मस्जिद की जगह बन रहे मंदिर को लेकर धार्मिक भावनाएं भड़काते हुए मंदिर पर हमले के लिए तैयार किया था। आईएसआईएस की ये शाखा पाकिस्तान और अफगानिस्तान में सक्रिय है।