Sangeet Som Meerut controversial statement: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक संगीत सोम ने एक बार फिर अपने विवादित बयानों से सियासी हलचल मचा दी है। मंगलवार को मेरठ में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मुगल शासक औरंगजेब पर निशाना साधते हुए कांग्रेस, राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला। संगीत सोम ने औरंगजेब को “लाखों हिंदुओं का हत्यारा” करार देते हुए आरोप लगाया कि उसने मंदिरों को ध्वस्त कर हिंदू संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया। उन्होंने कांग्रेस पर औरंगजेब के नाम पर सड़कें बनाने का आरोप लगाया और राहुल गांधी व अखिलेश यादव को “देशद्रोही” कहकर राजनीति में नई बहस को जन्म दिया।
औरंगजेब के नाम पर सड़कें बनाने का आरोप
Sangeet Som ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी ने औरंगजेब को महिमामंडित करने के लिए उसके नाम पर सड़कें बनाईं, जबकि सच्चाई यह है कि औरंगजेब ने हिंदुओं पर अत्याचार किए और मंदिरों को तोड़ा। उन्होंने राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग औरंगजेब का समर्थन करते हैं, वे भी उसी मानसिकता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
BJP के पूर्व MLA संगीत सोम ने मेरठ में कहा–
"हम कोर्ट का सहारा नहीं लेंगे। पब्लिक ने जैसे बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया, मथुरा–काशी में भी ध्वस्त करके मंदिर बनाने का काम हम लोग करेंगे"@riyaz_shanu pic.twitter.com/1w3GqxMTh7
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) March 19, 2025
काशी-मथुरा विवाद पर तीखा बयान
Sangeet Som ने काशी और मथुरा में मस्जिदों को तोड़कर मंदिर बनाने की बात करते हुए कहा, “जब औरंगजेब ने मंदिर तोड़ने के लिए कोर्ट का सहारा नहीं लिया, तो हम क्यों लें? जैसे बाबरी मस्जिद को तोड़कर राम मंदिर बनाया गया, वैसे ही काशी और मथुरा में भी मंदिर बनाएंगे।” इस बयान के बाद राजनीतिक और धार्मिक विवाद गहराने की संभावना है।
विपक्ष का तीखा पलटवार
संगीत सोम के विवादित बयान पर सपा और कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सपा के एक नेता ने कहा कि यह बयान समाज में नफरत फैलाने का प्रयास है। कांग्रेस ने इसे “संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ” बताते हुए संगीत सोम पर भड़काऊ बयानबाजी का आरोप लगाया। दूसरी ओर, भाजपा समर्थकों में संगीत सोम के बयान को लेकर उत्साह देखा जा रहा है।
राजनीतिक ध्रुवीकरण की आशंका
विशेषज्ञों का मानना है कि संगीत सोम का यह बयान उत्तर प्रदेश की राजनीति में ध्रुवीकरण को और बढ़ावा दे सकता है। काशी और मथुरा के मंदिर-मस्जिद विवाद पर पहले से ही गर्म माहौल के बीच यह बयान आग में घी का काम कर सकता है। अब देखना यह है कि इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल कितनी तेज होती है।