Dhirendra Shastri: मेरठ का सौरभ हत्यकांड इन दिनों पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। हर तरफ नीले ड्रम की चर्चा हो रही है। मेरठ पहुंचे पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि यह बहुत ही निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। भारत में नीला ड्रम बहुत वायरल है बहुत से पति सदमे में हैं। भगवान की कृपा है उनकी शादी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मेरठ का सौरभ हत्यकांड बहुत ही निंदनीय है। ये संस्कारों की कमी है, पालन-पोषण की कमी है प्रत्येक भारतीयों को राम चरितमानस का आधार लेने की आवश्यकता है।
बागेश्वर धाम सरकार आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि झूठे प्रेम के चक्कर में विवाहित स्त्री एवं पुरुष परिवारों को तबाह और मिटाने की साजिश कर रहे हैं। संतों की हत्या हो रही हैं। बहराइच, मेवात, मणिपुर में देश को तोड़ने वाली साजिश की जा रही हैं। देश में कास्टजिम नहीं राष्ट्रजिम होना चाहिए। जात-पात से ऊपर उठकर लोग राष्ट्रवाद की बात करें। सनातन एकता की बात करें। ओम शांति के साथ ओम क्रांति का भी पाठ पढ़े।
भगवान की कृपा है मेरी शादी नहीं हुई – धीरेंद्र
मेरठ में सौरभ हत्यकांड की निंदा करते हुए पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने कहा कि भारत में नीला ड्रम बहुत वायरल है बहुत से पति सदमे में हैं। भगवान की कृपा है उनकी शादी शादी नहीं हुई है।
राणा सांगा टिप्पणी पर बोले शास्त्री
राणा सांगा पर टिप्पणी करने वालों को भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने आडे़ हाथों लिया। उन्होंने कहा कि उनको अपनी बुद्धि की शुद्धि करनी चाहिए औरंगज़ेब महान नहीं हो सकता। विदेशी विधर्मियों के नामोनिशान मिटने चाहिए।
मेरठ में भी स्थानों का नाम बदलने का जिक्र
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मेरठ में भी कुछ स्थानों के नाम बदलने का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कुछ स्थान यहां ऐसे है जिनके भी नाम बदलने चाहिए। देश को तोड़ने वाला महान नहीं हो सकता है। देश को जोड़ने वाला और अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर करने वाला महान होता है। औरंगजेब कभी महान नहीं हो सकता है। देश में विदेशी विधर्मी भारत को तोड़ने के लिए आए। उनके नामो निशान मिटने चाहिए। मेरठ में भी आज कई जगह हैं जिनके नाम बदले जाने चाहिए।
संभल विवाद पर बोले पंडित धीरेंद्र शास्त्री
वहीं संभल विवाद पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अभी तो हम कह रहे थे, अयोध्या तो झांकी है.. काशी-मथुरा बाकी है। अब हम कहेंगे काशी-मथुरा-संभल तीनों बाकी है। बहुत हो गया शांति पृथ्वी का मंत्रोच्चारण अब क्रांति पृथ्वी का पाठ होना चाहिए। शांति की जगह क्रांति का पाठ होना चाहिए। देश को तोड़ने की जगह जोड़ने का कार्य होना चाहिए।
यह भी पढ़े: शाहजहांपुर में दिल दहलाने वाली वारदात.. चार बच्चों की हत्या के बाद पिता ने लगाई फांसी
हिंदुओं को एक करने के लिए करेंगे पदयात्रा
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि वो दिल्ली से वृंदावन तक पदयात्रा करेंगे। यह पदयात्रा हिंदुओं को एक करने के लिए होगी। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की संख्या घटने से मन में कष्ट है। बच्चे दो ही अच्छे का नारा हम मान लेंगे लेकिन चच्चे के तीस बच्चे क्यों बच्चों की क्वांटिटी चाहे जैसे हो क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए। कट्टर हिंदू बनें एक हाथ में गीता पुराण एक हाथ में संविधान का नारा बुलंद होना चाहिए। आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना करते हुए कहा कि हिंदू राष्ट्र बनने के बाद सनातन पर उंगली उठाना बहुत ही निंदनीय कृत्य होगा। वर्तमान में भी है लेकिन दंड की प्रक्रिया बन जाएगी। फांसी की सजा होगी।
गाय को राष्ट्र माता कहा जाए -धीरेंद्र शास्त्री
दुबई और यूएई में सबको रहने का अधिकार है पर प्रथम प्राथमिकता मुस्लिम को है। ऐसे ही हिंदू राष्ट्र पर सबको रहने का और अपनी संस्कृति के पालन का अधिकार होगा। प्रथम सनातन को अधिकार मिलेगा। हिंदू राष्ट्र में गो माता को राष्ट्र माता कहा जाएगा। विश्व को एक सूत्र में पिरोने का संकल्प होगा। जात-पात, छुआ-छूत के नाम पर होने वाली राजनीति शून्य होगी। भारत भेदभाव मुक्त होगा। तिरंगे का सम्मान होगा और वंदेमातरम बोलने से कोई संकोच नहीं करेगा। भारत तेरे टुकड़े होंगे ऐसा कोई नहीं बोलेगा।