Aligarh News : अलीगढ़ के एक छोटे से मोहल्ले में रहने वाले रईस नामक युवक के लिए ज़िंदगी अब एक नए मोड़ पर पहुंच चुकी है। परिवार का पालन-पोषण करने के लिए जूस की दुकान चलाने वाला यह युवक अब आयकर विभाग से 7 करोड़ 79 लाख रुपये के नोटिस की वजह से चर्चा का विषय बन गया है। इस नोटिस ने रईस की जिंदगी के साथ-साथ उसके पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया है। पिछले तीन दिनों से रईस और उसका परिवार सदमे में हैं, क्योंकि वे यह समझ ही नहीं पा रहे कि उनके नाम पर इतनी बड़ी राशि का नोटिस क्यों आया।
क्या है पूरा मामला?
अलीगढ़ के बन्ना देवी थाना क्षेत्र की तार वाली गली में रहने वाले रईस को आयकर विभाग द्वारा भेजे गए नोटिस में यह दावा किया गया कि उनकी आईडी का उपयोग पंजाब चुनाव में लाखों रुपये दान करने के लिए किया गया था। जब रईस को यह जानकारी मिली, तो वह पूरी तरह से हैरान रह गया।
रईस हमेशा अपनी दुकान पर जूस और ठंडे पेय पदार्थ बेचता था, और उनका परिवार आर्थिक रूप से साधारण था। ऐसे में इस भारी नोटिस ने उनके होश उड़ा दिए। रईस का कहना है कि उसने कभी भी बड़े पैमाने पर पैसे का लेन-देन नहीं किया, और न ही उसे इस तरह के किसी लेन-देन की जानकारी थी। वह पूरी तरह से चकित है कि उसका नाम इस बड़ी राशि से कैसे जुड़ सकता है।
नोटिस ने परिवार में मचाई खलबली
इस नोटिस के बाद रईस के परिवार में हड़कंप मच गया है। रईस की मां आंसुओं के साथ कहती हैं, “हम तो रोज़मर्रा की ज़िंदगी के लिए संघर्ष करते हैं। अगर हमारे पास इतनी रकम होती, तो क्या हम इतने कष्टों में जी रहे होते?” कुछ लोग मानते हैं कि यह नोटिस गलती से भेजा गया है, जबकि कई लोग इसे किसी बड़ी साजिश का हिस्सा मानते हैं। रईस के एक पड़ोसी ने कहा, “रईस एक मेहनती और साधारण व्यक्ति है, और अगर वह करोड़पति होता, तो क्या वह जूस की दुकान चलाता?” सरकारी एजेंसियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है और प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि किसी ने रईस की आईडी का गलत उपयोग करके पंजाब में चुनाव के दौरान दान किया है।
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अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की पूरी गंभीरता से जांच कर रहे हैं और जल्द ही स्थिति स्पष्ट करेंगे। रईस ने मीडिया और सरकारी अधिकारियों से अपील की है कि उनकी हालत को समझा जाए और उन्हें इस मुश्किल से बाहर निकाला जाए। उन्होंने कहा, “मैं एक गरीब आदमी हूं, मेरी सिर्फ एक छोटी सी दुकान है। मुझे नहीं पता कि यह नोटिस क्यों आया है, और मैं प्रशासन से निवेदन करता हूं कि वे इस मामले की सही जांच करें और मुझे न्याय दिलाएं।”