नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अपने ऐतिहासिक फैसलों के लिए जाने जाते हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद सीएम पद के लिए कई दावेदार थे, पर बीजेपी हाईकमान ने बड़ा सियासी दांव चला। दिल्ली की कुर्सी पर महिला नेता रेखा गुप्ता को बैठाकर एक तीर से कई निशाने साधे। ऐसा ही कुछ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर भी हो सकता है। इसी के चलते अब सबकी नजर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर है। वर्तमान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल 2023 में ही खत्म हो गया था लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के चलते उन्हें एक्सटेंशन दिया गया था। अब वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हैं और पार्टी के अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। बीजेपी में कोई भी नेता दो पद पर नहीं रहता। ऐसे में संभावना जताई जा रही है नवरात्रि में पार्टी को नया चीफ मिल सकता है।
अध्यक्ष की घोषणा 4 अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म हो चुका है। फिलहाल उन्हें एक्सटेंशन मिला हुआ है। जल्द ही बीजेपी अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। पहले संभावना जताई जा रही थी कि होली के बाद बीजेपी चीफ के नाम पर मुहर लग जाएगी, पर ऐसा हुआ नहीं। अभी संसद का बजट सत्र चल रहा है जो 4 अप्रैल तक चलेगा। ऐसे में 4 अप्रैल से पहले अध्यक्ष पद के घोषणा की संभावना लगभग ना के बराबर है। वहीं 18-20 अप्रैल को बीजेपी की नेशनल एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक बेंगलुरु में होने वाली है। यानी संभावना जताई जा रही है कि नेशनल एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक से पहले ही बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा। यानी बीजेपी के नए अध्यक्ष की घोषणा 4 अप्रैल से 17 अप्रैल के बीच हो सकती है। पीएम नरेंद्र मोदी भी रविवार को आरएसएस के मुख्यालय पहुंचे और संघ चीफ मोहन भागवत से मिले। ऐसी चर्चा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को लेकर दोनों के बीच हो सकती है।
महिला के हाथों में सौंप सकती कमान
अगर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के दावेदारों की बात की जाए तो कई नाम हैं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, धर्मेंद्र प्रधान और शिवराज सिंह चौहान का भी नाम अध्यक्ष पद के लिए चल रहा है। लेकिन इसके अलावा चार अन्य ऐसे नाम हैं जो इस पद के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। ये चार नाम हैं भूपेंद्र यादव, निर्मला सीतारमण, दग्गुबाती पुरंदेश्वरी और वनती श्रीनिवासन हैं। भूपेंद्र यादव, निर्मला सीतारमण मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और पार्टी नेतृत्व और संघ के भी करीबी हैं। जबकि दग्गुबाती पुरंदेश्वरी आंध्र प्रदेश की बीजेपी प्रमुख हैं। वहीं कोयंबटूर की विधायक वनती श्रीनिवासन बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। बीजेपी अपने फैसले में क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व, जातिगत समीकरण और आगामी चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन जैसे कई कारकों पर विचार कर रही है। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी पहली बार राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान महिला के हाथों में सौंप सकती है।
अध्यक्ष पद के दावेदारों में सीतारमण का नाम
निर्मला सीतारमण साउथ से आती हैं और तमिलनाडु उनका गृह राज्य है। वर्तमान में देश में परिसीमन को लेकर बहस छिड़ी हुई है। दक्षिण भारत के विपक्षी राजनीतिक दल इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं बीजेपी के पास अभी दक्षिण भारत में एक भी राज्य में सरकार भी नहीं है। कर्नाटक में वह सत्ता से बाहर हो चुकी है। पार्टी तेलंगाना और तमिलनाडु में पैर जमाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी का प्रयास है कि तेलंगाना और तमिलनाडु में उसकी सरकार बनाए। ऐसे में निर्मला सीतारमण का नाम अध्यक्ष पद के लिए सबसे प्रबल दावेदारों के रूप में एक है। सीतारमण को कई भाषओं का ज्ञान हैं। उन्होंने संगठन में भी काम किया है। ऐसे में बीजेपी उन्हें पार्टी का चीफ बना सकती है।
एक बार फिर से वित्त मंत्रालय दिया गया
निर्मला सीतारमण अनुभवी भी हैं और शीर्ष नेतृत्व की करीबी हैं। ऊपर से महिला भी हैं। ऐसे में यह संभव हो सकता है कि निर्मला सीतारमण के रूप में बीजेपी को पहली महिला अध्यक्ष भी मिल जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निर्मला सीतारमण पर पूरा भरोसा है। इसका अंदाजा केंद्र में उनके पद से लगाया जा सकता है। 2014 में जब प्रधानमंत्री मोदी ने सत्ता संभाली, तब उन्होंने सीतारमण को राज्य मंत्री बनाया। 2017 में निर्मला सीतारमण देश की रक्षा मंत्री बनी। 2019 में जब दूसरी बार नरेंद्र मोदी की सरकार बनी, तब निर्मला सीतारमण को महत्वपूर्ण वित्त मंत्रालय मिल गया। जब तीसरी बार पीएम मोदी ने सत्ता संभाली तो निर्मला सीतारमण को एक बार फिर से वित्त मंत्रालय दिया गया।
रेस में दग्गुबाती पुरंदेश्वरी का नाम
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी प्रेसीडेंट की रेस में दग्गुबाती पुरंदेश्वरी का नाम हैं। लगभग 66 वर्षीय पुरंदेश्वरी 2014 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुई थीं। उनके पास संगठनात्मक मामलों का अच्छा अनुभव है। वर्तमान में वो आंध्र प्रदेश बीजेपी की अध्यक्ष हैं। उन्हें एक कुशल महिला नेता माना जाता है। उनकी वाक्पटुता और पांच भाषाओं में प्रवाह के कारण उन्हें ’दक्षिण की सुषमा स्वराज’ कहा जाता है। बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उनकी व्यापक स्वीकार्यता है।
पार्टी अध्यक्ष की रेस में वनती श्रीनिवासन का नाम
पार्टी अध्यक्ष की रेस में मानी जा रहीं वनती श्रीनिवासन, बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वो कोयंबटूर से विधायक भी हैं। हाल ही में पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार और गृह मंत्री अमित शाह ने वहां कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था। बीजेपी के एक नेता ने कहा कि वनती श्रीनिवासन को अपने मोर्चे के माध्यम से कई सफल आउटरीच कार्यक्रम चलाने का श्रेय दिया जाता है। वह पार्टी की सबसे प्रमुख महिला नेताओं में से एक हैं, जिन पर पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह का भरोसा है।
बीजेपी अध्यक्ष पद के लिए भूपेंद्र यादव का नाम भी सबसे प्रबल और मजबूत दावेदारों के रूप में एक है। भूपेंद्र यादव वर्तमान में मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री हैं। 2010 से भूपेंद्र यादव पार्टी के महत्वपूर्ण पदों पर हैं। 2010 में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया था। भूपेंद्र यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी करीबी माने जाते हैं। भूपेंद्र यादव चुनाव के दौरान कई राज्यों के प्रभारी रहे हैं और उन राज्यों में पार्टी को सफलता भी हासिल हुई है। कुछ महीने पहले ही महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के नतीजे आए। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने भूपेंद्र यादव को प्रभारी बनाया था और उन्होंने पार्टी को बड़ी सफलता दिलाई।