Ghaziabad News: गाजियाबाद के लोनी से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक नंद किशोर गुर्जर सोमवार को लखनऊ पहुंचे। वह आज प्रदेश BJP इकाई के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी से मुलाकात कर सकते हैं। बीते दिनों उन्हें संगठन की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसका जवाब उन्होंने पत्र के जरिए दे दिया है। लखनऊ पहुंचने के बाद गुर्जर ने कहा कि वह प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर अपनी बात रखेंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी समय मांगकर इस पूरे मामले को उनके सामने उठाएंगे।
नोटिस का जवाब दे चुके हैं गुर्जर
नंद किशोर गुर्जर को हाल ही में पार्टी की ओर से कारण बताओ नोटिस मिला था। इसके जवाब में उन्होंने लिखित रूप से अपनी सफाई पेश की है। लखनऊ में उन्होंने कहा, “मैं प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर अपनी स्थिति स्पष्ट करूंगा। साथ ही मुख्यमंत्री से भी समय मांगा है। एक अधिकारी की वजह से पूरी सरकार की छवि पर सवाल उठ रहे हैं, यह बात मैं उन तक पहुंचाऊंगा।” गुर्जर का इशारा एक हालिया घटना की ओर था जिसमें उनके साथ कथित तौर पर पुलिस ने अभद्रता की थी।
“राम कथा करना पाप है क्या?”
लखनऊ में मीडिया से बातचीत के दौरान गुर्जर भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “क्या राम कथा करना पाप है? मेरे साथ ऐसी अभद्रता हुई कि रामचरितमानस गिरते-गिरते बची।” उनका दावा है कि उन्होंने एक कार्यक्रम के लिए प्रशासन से अनुमति ली थी लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इस घटना के बाद उनके कपड़े फट गए थे और वह आज भी उसी वेशभूषा में लखनऊ पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना उनके लिए अपमानजनक थी और वह इसकी शिकायत लेकर आए हैं।
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अयोध्या में प्रभु श्री राम से मांगेंगे न्याय
लखनऊ के बाद नंद किशोर गुर्जर (Ghaziabad News) अयोध्या जाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “अब मुझे सिर्फ एक से न्याय की उम्मीद है और वह हैं प्रभु श्री राम। लखनऊ में अपनी बात रखने के बाद मैं अयोध्या जाऊंगा। वहां प्रभु श्री राम के दर्शन करूंगा, उनका आशीर्वाद लूंगा और उसी शक्ति के साथ आगे की लड़ाई लड़ूंगा।” गुर्जर ने इस घटना को अपनी आस्था और सम्मान से जोड़ते हुए इसे गंभीर मुद्दा बताया।
क्या है पूरा विवाद?
हाल ही में लोनी में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान नंद किशोर गुर्जर और स्थानीय प्रशासन के बीच तनातनी की खबरें सामने आई थीं। गुर्जर का आरोप है कि पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की जिससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। इस घटना के बाद पार्टी ने उन्हें नोटिस जारी किया था जिसे वह अनुशासनहीनता से जोड़कर देख रहे हैं। अब वह इस मामले को संगठन और सरकार के सामने उठाकर अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं। लखनऊ में उनकी मुलाकात और अयोध्या यात्रा पर सबकी नजरें टिकी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मसले पर BJP संगठन और सरकार क्या रुख अपनाती है।