यूरोपीय संघ ने अपने लगभग 450 मिलियन नागरिकों को सतर्क रहने और किसी भी युद्ध या प्राकृतिक आपदा के लिए ’72 घंटे की सर्वाइवल किट’ तैयार करने की सलाह दी है। कहा जा रहा है कि यह अलर्ट तीसरे विश्व युद्ध की संभावना को देखते हुए जारी किया गया है। इस चेतावनी के बाद ब्रिटेन में लोग खुद को विपरीत परिस्थितियों के लिए तैयार करने में जुट गए हैं।
ब्रिटेन में सर्वाइवल ट्रेनिंग की बढ़ती मांग
ब्रिटेन में युद्ध जैसी परिस्थितियों से बचने के लिए सर्वाइवल ट्रेनिंग की मांग 75% तक बढ़ गई है। वहां के लोग कठोर मौसम और मुश्किल समय के लिए खास कपड़े और जरूरी सामान इकट्ठा कर रहे हैं।
खाने-पीने की चीजों की जमाखोरी
ब्रिटेन के स्टोर मालिकों के मुताबिक, पानी फिल्टर करने वाले उपकरणों की भारी कमी देखी जा रही है, जो बारिश के पानी को पीने योग्य बनाते हैं। 25 साल तक चलने वाले मीट के डिब्बे, सैन्य श्वासयंत्र और राशन पैक की मांग इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि स्टोर मालिकों को इनकी आपूर्ति करने में परेशानी हो रही है।
जंगल में जीवित रहने की ट्रेनिंग
विपरीत परिस्थितियों में खुद को जिंदा रखने के लिए ‘बुशक्राफ्ट कोर्स’ में दाखिला लेने वालों की संख्या भी पिछले दो सालों में 75% बढ़ी है। यह कोर्स जंगल में रहने और जीवन रक्षा के तरीकों की ट्रेनिंग देता है।
विशेषज्ञों की राय
रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश सरकार ने अभी तक जनता से युद्ध के लिए विशेष तैयारियां करने के लिए नहीं कहा है। हालांकि, सरकार इस पर गाइडलाइन तैयार कर रही है कि अगर किसी अन्य आपदा की स्थिति आती है, तो नागरिकों को क्या करना चाहिए।
ग्लासगो विश्वविद्यालय के वैश्विक सुरक्षा विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर पीटर जैक्सन का कहना है कि यह चेतावनी मुख्य रूप से साइबर हमलों से निपटने के लिए जारी की गई है, न कि किसी सैन्य संघर्ष के डर से। उन्होंने कहा, “रूस बहुत सक्षम है और राष्ट्रीय बुनियादी ढांचे पर साइबर हमले करने की मंशा रखता है।”