Tahawwur Rana arrest: 26/11 मुंबई आतंकी हमले का आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा आखिरकार भारत पहुंच गया है। अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद उसे दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाया गया, जहां एनआईए की टीम ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया। उसके खिलाफ आईपीसी और यूएपीए की गंभीर धाराओं में केस दर्ज है। सुरक्षा के मद्देनज़र दिल्ली के जेएलएन मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर 2 बंद कर दिया गया है और एनआईए मुख्यालय के आसपास भारी सुरक्षा तैनात की गई है। राणा, डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी है, जिसने 2008 में हुए भीषण आतंकी हमले की साजिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उसे तिहाड़ जेल में रखा जाएगा और पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
64 वर्षीय Tahawwur Rana को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया है। गुरुवार शाम 6:22 बजे उसका विमान दिल्ली के पालम एयरबेस पर लैंड हुआ। विमान से बाहर निकलने के करीब 8 मिनट बाद ही, शाम 6:40 बजे उसे UAPA की धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद उसका मेडिकल टेस्ट भी एयरपोर्ट परिसर में ही किया गया।
एनआईए ने 11 नवंबर 2009 को राणा के खिलाफ केस दर्ज किया था। राणा पर आईपीसी की धारा 120B, 121, 121A, 302, 468 और 471, और यूएपीए की धारा 16, 18 और 20 के तहत केस चलाया जा रहा है। उसे आज रात एनआईए मुख्यालय के तीसरे फ्लोर पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पूछताछ की जा रही है।
एनआईए मुख्यालय और पटियाला हाउस कोर्ट के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जवाहरलाल नेहरू मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर 2 एहतियातन बंद कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के अगले आदेश तक यह गेट बंद रहेगा, हालांकि अन्य गेट और मेट्रो सेवाएं सामान्य रहेंगी।
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Tahawwur Rana को पटियाला हाउस कोर्ट में विशेष एनआईए जज चंदरजीत सिंह की अदालत में पेश किया जाएगा। दिल्ली राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने उसकी पैरवी के लिए वकील पीयूष सचदेवा को नियुक्त किया है। सुरक्षा कारणों से उन्होंने अपनी तस्वीरों को प्रसारित न करने का अनुरोध किया है।
तिहाड़ जेल में राणा की सुरक्षा को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है। डेविड कोलमैन हेडली के साथ उसकी नजदीकी और मुंबई हमलों में भूमिका को देखते हुए भारत में उसकी गिरफ्तारी बेहद अहम मानी जा रही है। एनआईए को अब उम्मीद है कि राणा की गिरफ्तारी से 26/11 के षड्यंत्र की और परतें खुल सकती हैं।