PM Modi Varanasi visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए काशी के प्रति अपना गहरा भाव प्रकट किया और कहा कि काशी अब केवल धार्मिक नगरी नहीं, बल्कि पूर्वांचल की आर्थिक धुरी बन चुकी है। मोदी ने काशीवासियों को भरोसा दिलाया कि हर क्षेत्र में विकास की योजनाएं उन्हें लाभ देंगी। साथ ही विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए सत्ता केवल परिवार तक सीमित रहती है, जबकि हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र पर काम करती है।
काशी को दी बड़ी विकास परियोजनाओं की सौगात
PM Modi ने वाराणसी पहुंचकर 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की 36 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में जल जीवन मिशन के तहत नल से जल की योजनाएं, कनेक्टिविटी बढ़ाने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार प्रमुख हैं। मोदी ने कहा कि ये सभी योजनाएं पूर्वांचल के विकास को रफ्तार देंगी और हर वर्ग को लाभ पहुंचाएंगी।
उन्होंने कहा, “काशी ने उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम बढ़ाए हैं। हमारी काशी अब सिर्फ पुरातन ही नहीं, प्रगतिशील भी है। मैं काशी के प्रेम का कर्जदार हूं। आज यहां जिन योजनाओं का उद्घाटन हुआ है, वे यहां के हर निवासी के जीवन में बदलाव लाएंगी।”
महिलाओं और पशुपालकों की भूमिका पर विशेष जोर
PM Modi ने अपने संबोधन में मेहनतकश महिलाओं और पशुपालक परिवारों की सराहना करते हुए कहा कि इन बहनों ने बता दिया है कि अगर उन पर विश्वास किया जाए तो वे इतिहास रच सकती हैं। उन्होंने महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में बढ़ते कदम का उदाहरण बताया और कहा कि सरकार उनकी भागीदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि सरकार उनके दिखाए रास्ते पर चलते हुए नारी शक्ति को और सशक्त बनाने में लगी है।
विपक्ष पर कड़ा हमला
PM Modi ने इस मौके पर विपक्षी दलों पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “जो लोग सिर्फ सत्ता पाने के लिए दिन-रात खेल खेलते हैं, उनके लिए सिद्धांत है ‘परिवार का साथ, परिवार का विकास’। जबकि हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना लेकर चलते हैं।”
मोदी ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार का उद्देश्य हर नागरिक को समान अवसर और सुविधाएं देना है, जिससे देश समृद्ध और आत्मनिर्भर बने।
काशी में प्रधानमंत्री मोदी की यह रैली न सिर्फ विकास परियोजनाओं की सौगात का मंच बनी, बल्कि 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र एक बड़ा राजनीतिक संदेश भी दिया गया। काशीवासियों ने भी मोदी के भाषण का गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे यह साफ हो गया कि वाराणसी अब केवल धार्मिक ही नहीं, राजनीतिक और आर्थिक गतिविधियों का भी केंद्र बन चुकी है।