Varanasi Gang Rape Case : वाराणसी में 19 वर्षीय युवती से गैंगरेप के सनसनीखेज मामले में प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सख्त प्रतिक्रिया के बाद इस मामले में तेज़ी से कार्रवाई की गई है। इसी के तहत वरुणा ज़ोन के डीसीपी चंद्रकांत मीणा को उनके पद से हटाकर लखनऊ स्थित डीजीपी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी के सख्त तेवर के चलते वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में खलबली मच गई है।
कब का है मामला ?
यह मामला अप्रैल के पहले सप्ताह में सामने आया था, जब लालपुर पांडेयपुर थाने में एक युवती ने 23 लोगों पर गैंगरेप का गंभीर आरोप लगाया। इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई थी। 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी जब वाराणसी दौरे पर पहुंचे, तो उन्होंने एयरपोर्ट पर ही जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से घटना की विस्तृत जानकारी ली और तत्काल कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद देर रात डीसीपी चंद्रकांत मीणा को उनके पद से हटाकर डीजीपी कार्यालय से अटैच कर दिया गया।
पुलिस ने 12 आरोपियों को भेजा जेल
अब तक इस मामले में पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पीड़िता के पिता ने मीडिया से बातचीत में न्याय की मांग करते हुए कहा कि अगर उनकी बेटी को इंसाफ नहीं मिला, तो उन्हें शासन-प्रशासन से विश्वास उठ जाएगा। फिलहाल पीड़िता का इलाज जारी है। घटना की बात करें तो 29 मार्च से 3 अप्रैल के बीच छह दिनों तक पीड़िता के साथ 23 लोगों ने गैंगरेप किया।
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पांडेयपुर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई गई थी। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री की नाराजगी के बाद ही पुलिस महकमे में यह बड़ा एक्शन लिया गया, और आने वाले दिनों में और भी सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। डीसीपी के तबादले के बाद पुलिस कमिश्नरेट में चर्चाओं का माहौल तेज़ हो गया है।