नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सीसीएस की बैठक खत्म हो गई। बैठक समाप्त होने के बाद विदेश मंत्रालय मीडिया को संबोधित किया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, सीसीएस ने कड़े शब्दों में हमले की आलोचना की है। दुनिया के कई देशों ने समर्थन जताया है और कड़े शब्दों में हमले की निंदा की है। बैठक में कई फैसले लिए गए हैं। पाकिस्तानियों का वीजा रद्द किया गया है। सिंधु जल समझौता रोका गया है।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक में कुछ बड़े फैसले भी लिए गए हैं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि सीसीएस फैसले में सिंधु जल समझौते को रोक दिया गया है। पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करने का फैसला लिया गया है। भारत में पाकिस्तानी दूतावास को बंद किया जाएगा। 48 घंटे में पाकिस्तानी राजनयिकों को भारत छोड़ने को कहा गया है। अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को भी बंद करने का फैसला लिया गया है।
पहलगाम हमले को लेकर हुई सीसीएस की मीटिंग करीब ढाई घंटे तक चली। मीटिंग की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। पीएम मोदी ने पहलगाम में आतंकवादी हमले में 28 लोगों की मौत के एक दिन बाद बुधवार को स्थिति का जायजा लेने और सरकार की रणनीति पर विचार-विमर्श करने के लिए मीटिंग बुलाई थी। बैठक में पीएम मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित से पूरे मामले पर जानकारी ली। बैठक के दौरान कई मुद्दों पर मंथन किया गया।
बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल, कैबिनेट सचिव टी वी सोमनाथन, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अलावा प्रधानमंत्री के दो प्रधान सचिव पी के मिश्र और शक्तिकांत दास भी उपस्थित थे। इस दौरान पाकिस्तान को सबक सिखने के ब्लूप्रिंट पर चर्चा की गई। साथ ही तीनों सेनाओं को अलर्ट मोड पर रहने को कहा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को सऊदी अरब से सुबह-सुबह वापस आ गए। प्रधानमंत्री ने अपने आगमन के तुरंत बाद हवाई अड्डे पर एक बैठक की, जिसमें उन्होंने जयशंकर और डोभाल के साथ जम्मू-कश्मीर आतंकी हमले पर चर्चा की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी बैठक में मौजूद थे। इससे पहले, शाह ने पहलगाम के बैसरन का दौरा किया, जहां आतंकवादियों ने हमला किया था। साथ ही उन्होंने उस अस्पताल का भी दौरा किया जहां कुछ घायलों को भर्ती कराया गया।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा कदम उठाया है। इस हमले के बाद सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर में 250 से ज्यादा ओवर ग्राउंड वर्कर्स को पकड़ा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर एक बड़ा जांच अभियान के तहत पूरे कश्मीर में करीब 1200 अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है, जो किसी न किसी तरह से आतंकी गतिविधियों से जुड़े रहे हैं। अब तक कुल 1450 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के एक दिन बाद बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बड़ा बयान दिया। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘कल पहलगाम में धर्म को निशाना बनाते हुए आतंकियों के कायरतापूर्ण हमले में हमारे देश ने अनेक निर्दाेष नागरिकों को खोया है। भारत एक इतनी पुरानी सभ्यता और इतना बड़ा देश है, जिसे ऐसी किसी भी आतंकी गतिविधियों से डराया नहीं जा सकता। ऐसी हरकतों का जवाब, इसके जिम्मेदार लोगों को आने वाले कुछ ही समय में जोरदार तरीके से मिलेगा। भारत का एक-एक नागरिक, इस कायरतापूर्ण हरकत के खिलाफ एकजुट है।