Mirzapur Solar Plant: मिर्जापुर में ऊर्जा और रोजगार के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिलने जा रही है। बुंदेलखंड सौर ऊर्जा लिमिटेड (BSUL) कंपनी यहां 100 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाने जा रही है, जिसके लिए 400 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। कंपनी ने इस परियोजना के लिए जमीन की तलाश भी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि यह प्लांट न सिर्फ Mirzapur जिले को बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि सैकड़ों युवाओं को रोजगार भी देगा। BSUL के सीईओ अनिल कुमार ने मिर्जापुर की जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से मुलाकात कर परियोजना की जानकारी दी और प्रशासन से जमीन उपलब्ध कराने की मांग की।
जिलाधिकारी से मुलाकात, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू
बुंदेलखंड सौर ऊर्जा लिमिटेड के सीईओ अनिल कुमार ने बताया कि यह परियोजना एनएचपीसी और यूपी नेडा के संयुक्त उपक्रम के तहत क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने जानकारी दी कि मिनिस्ट्री ऑफ नॉन रिन्यूएबल एनर्जी (MNRE) द्वारा प्रस्तावित 55 सोलर पार्कों में से तीन पार्क BSUL को मिले हैं, जिनमें एक मिर्जापुर का है। इसके लिए 200 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है, जिसे जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार उपलब्ध कराएगी। इस संबंध में सीईओ ने जिलाधिकारी से विस्तृत चर्चा की और शीघ्र भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया।
380 एकड़ में पहले से चल रहा है सोलर प्रोजेक्ट
Mirzapur के दादर कलां गांव में पहले से ही 100 मेगावाट का एक सोलर प्लांट कार्यरत है, जिसका उद्घाटन 21 मार्च 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने किया था। अब इस नए प्लांट के साथ जिले में सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता और बढ़ेगी। प्रस्तावित प्लांट से उत्पन्न बिजली को 132 केवी की कनेक्टिविटी के माध्यम से पावर ग्रिड से जोड़ा जाएगा।
रोजगार और विकास की नई राह
बीएसयूएल Mirzapur के अनुसार, सोलर प्लांट के निर्माण में करीब 250 मजदूरों को अगले दो वर्षों तक रोज़गार मिलेगा। इसके अतिरिक्त, प्लांट तैयार होने के बाद भी सैकड़ों स्थानीय लोगों को स्थायी व अर्ध-स्थायी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। यह परियोजना न केवल हरित ऊर्जा को बढ़ावा देगी, बल्कि मिर्जापुर के ग्रामीण इलाकों में विकास की नई राह खोलेगी।