National Technology Day 2025: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने तकनीकी विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। राजधानी लखनऊ को देश का नया तकनीकी हब बनाने की योजना तेजी से आगे बढ़ रही है। सरकार ने चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के पास 70 एकड़ भूमि पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सिटी और सुल्तानपुर रोड-आउटर रिंग रोड के बीच 1696 एकड़ में आईटी सिटी विकसित करने की घोषणा की है। इन (National Technology Day) परियोजनाओं के जरिए प्रदेश में रोजगार के हजारों अवसर तैयार होंगे और देश-विदेश के निवेशकों को आकर्षित किया जाएगा। साथ ही, राज्य में 4000 से अधिक स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने और 54 हजार से अधिक युवाओं को स्किल ट्रेनिंग देने की भी योजना है।
एआई सिटी से खुलेगा विकास का नया द्वार
- लखनऊ एयरपोर्ट के पास 70 एकड़ में विकसित होगी एआई सिटी
- शैक्षणिक, औद्योगिक और तकनीकी संस्थान होंगे शामिल
- हैदराबाद, पुणे और बेंगलुरु जैसी निर्भरता होगी खत्म
- निवेशकों के लिए स्टार्टअप, आईटी कंपनी और अकादमी की सुविधा
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डॉ. महीप सिंह के अनुसार, आर्टिफिशियल (National Technology Day) इंटेलिजेंस आने वाले समय की सबसे बड़ी ताकत होगी। उन्होंने बताया कि सरकार का उद्देश्य यूपी को एआई तकनीक का हब बनाना है, जिससे लाखों रोजगार सृजित हो सकें।
सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में अनिवार्य इनोवेशन शिक्षा
- 20 विश्वविद्यालय, 750 इंजीनियरिंग कॉलेज और 2500 पॉलिटेक्निक संस्थानों में नवाचार शिक्षा लागू
- प्रत्येक छात्र को 2 क्रेडिट इनोवेशन कोर्स अनिवार्य
- 100 करोड़ रुपये से अधिक फंडिंग का प्रावधान
- अब तक 100 से अधिक इनक्यूबेशन सेंटर्स स्थापित
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पांडे के अनुसार, सरकार की सोच को ध्यान में रखते हुए इनोवेशन को मुख्य धारा में लाया गया है ताकि छात्र उद्योग और स्टार्टअप जगत के लिए तैयार हो सकें।
1696 एकड़ में आईटी सिटी से मिलेगा निवेश को बढ़ावा
- सुल्तानपुर रोड और आउटर रिंग रोड के बीच 1696 एकड़ में विकसित हो रही आईटी सिटी
- इन्वेस्ट यूपी के जरिए जमीन उपलब्ध
- एआई, सॉफ्टवेयर और आईटी कंपनियों के लिए निवेश का अवसर
- “मेक इन इंडिया” और “स्टार्टअप इंडिया” के तहत युवाओं को मिलेगा प्लेटफॉर्म
युवाओं को रोजगार और स्टार्टअप्स को सहारा
- 4000 से अधिक स्टार्टअप्स इनक्यूबेशन सेंटरों में हो रहे विकसित
- लखनऊ यूनिवर्सिटी और आईआईएम नोएडा का भी बड़ा योगदान
- अब तक 15 लाख से अधिक युवाओं को ट्रेनिंग और 5.7 लाख को नौकरी
- 54,833 युवाओं को प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत स्किल ट्रेनिंग का लक्ष्य
लखनऊ यूनिवर्सिटी (National Technology Day) के कुलपति प्रो. आलोक राय ने बताया कि सभी विश्वविद्यालयों में इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना प्रक्रिया जारी है। इस दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है ताकि युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके।
उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल न केवल तकनीकी क्षेत्र में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि देश के तकनीकी मानचित्र पर यूपी को एक प्रमुख स्थान दिलाने में भी मदद करेगी। एआई और आईटी सिटी के विकास से प्रदेश को भविष्य की तकनीकी राजधानी बनाना अब केवल सपना नहीं रहेगा।
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