FIR के बाद और सुप्रीम कोर्ट जाने से पहले माफीवीर मंत्री विजय शाह –
“हमारे देश की बहन सोफिया कुरैशी राष्ट्रधर्म निभाते हुए जाति और समाज से ऊपर उठकर उन्होंने जो काम किया है, वो हमारी सगी बहन से भी ऊपर सम्मानित हैं” pic.twitter.com/3ARFufOniG
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) May 15, 2025
विवादित बयान पर FIR, हाई कोर्ट का सख्त रुख
मध्य प्रदेश के आदिवासी कल्याण मंत्री Vijay Shah ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ अपमानजनक और सांप्रदायिक टिप्पणी की, जिसने पूरे देश में विवाद खड़ा कर दिया। इस बयान के बाद विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने मंत्री शाह की कड़ी निंदा की और उनके इस्तीफे की मांग उठाई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए पुलिस को शाह के खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया। अदालत ने साफ किया कि अगर समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो पुलिस प्रमुख के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही भी की जाएगी। इसके बाद पुलिस ने तुरंत FIR दर्ज कर मामले को गंभीरता से लेना शुरू किया।
माफी के बाद भी जारी है आलोचना
शुरुआत में Vijay Shah ने अपने बयान को संदर्भ से बाहर बताया, लेकिन विवाद बढ़ने पर उन्होंने वीडियो संदेश जारी कर कर्नल सोफिया कुरैशी से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी। उन्होंने कहा, “हमारे देश की बहन सोफिया कुरैशी ने राष्ट्रधर्म निभाते हुए जाति और समाज से ऊपर उठकर जो काम किया है, वह हमारी सगी बहन से भी ऊपर सम्मानित हैं।”
फिर भी, राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनीतिक हस्तियों ने इस माफी को अपर्याप्त बताया और सार्वजनिक व्यक्तियों से महिलाओं, खासकर वर्दीधारी महिलाओं के प्रति सम्मानजनक भाषा अपनाने की अपील की।
राजनीतिक हलचल और सरकार पर दबाव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी मंत्री शाह के बयान की निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने हाई कोर्ट के आदेश के तहत FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस घटना ने मध्य प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, और विपक्षी दल सरकार को घेरने में जुट गए हैं।
Vijay Shah का यह विवाद उनके राजनीतिक भविष्य के लिए चिंता का विषय बन चुका है। FIR के बाद और सुप्रीम कोर्ट जाने से पहले उनकी माफी एक प्रयास है विवाद को कम करने का, लेकिन यह देखना होगा कि आगे की कार्रवाई क्या होती है और राजनीतिक समीकरण कैसे बदलते हैं।