Kanpur Case : हाल ही में कानपुर में एक हेयर ट्रांसप्लांट के बाद एक शख्स की मौत हो गई। इस घटना ने सबको चौंका दिया है और लोगों के मन में यह सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर बालों की सर्जरी जैसे हेयर ट्रांसप्लांट कौन कर सकता है? इसके लिए डॉक्टर के पास कौन-सी डिग्री या ट्रेनिंग होनी जरूरी होती है?
डेंटल डॉक्टर पर आरोप, मरीज ICU में भर्ती
यह मामला तब सामने आया जब डॉ. अनुष्का तिवारी नाम की महिला, जो कि एक BDS यानी डेंटल सर्जन हैं, पर हेयर ट्रांसप्लांट करने का आरोप लगा। आरोप है कि उन्होंने कानपुर स्थित अपने क्लीनिक में फर्जी तरीके से यह सर्जरी की। इस सर्जरी के बाद मरीज की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि उसे आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा। अब पुलिस और स्वास्थ्य विभाग दोनों ही इस मामले की जांच कर रहे हैं।
क्या कोई भी डॉक्टर कर सकता है हेयर ट्रांसप्लांट?
इस केस के बाद आम लोगों के मन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या कोई भी डॉक्टर हेयर ट्रांसप्लांट कर सकता है? जवाब है, नहीं। हेयर ट्रांसप्लांट एक मेडिकल प्रक्रिया है जिसे करने के लिए खास योग्यता और अनुभव जरूरी होता है।
हेयर ट्रांसप्लांट के लिए क्या जरूरी है?
हेयर ट्रांसप्लांट एक कॉस्मेटिक सर्जरी होती है, और इसे करने के लिए डॉक्टर के पास MBBS डिग्री होना जरूरी है। इसके साथ ही डॉक्टर ने अगर डर्मेटोलॉजी (त्वचा रोग) या प्लास्टिक सर्जरी में स्पेशलाइजेशन किया हो, तो वह यह सर्जरी करने के लिए योग्य माना जाता है। साथ ही डॉक्टर के पास फेलोशिप या ऐसा सर्टिफिकेट होना चाहिए जिसमें बालों के इलाज से जुड़ी ट्रेनिंग दी गई हो।
BDS डॉक्टर क्यों नहीं कर सकते हेयर ट्रांसप्लांट?
BDS यानी बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी सिर्फ दांतों और मुंह की बीमारियों के इलाज की पढ़ाई होती है। इस कोर्स में बालों, त्वचा या सर्जरी की ट्रेनिंग नहीं दी जाती। इसलिए अगर कोई BDS डॉक्टर हेयर ट्रांसप्लांट करता है तो यह न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि मरीज की जान को खतरे में डाल सकता है।
क्या सबको जागरूक होने की जरूरत है?
बिल्कुल। इस मामले ने यह साफ कर दिया है कि बालों के इलाज के नाम पर चल रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए लोगों को जागरूक होना पड़ेगा। किसी भी सर्जरी से पहले यह जांचना बेहद जरूरी है कि डॉक्टर के पास सही डिग्री और अनुभव है या नहीं।हेयर ट्रांसप्लांट सिर्फ वही डॉक्टर कर सकता है जिसके पास MBBS के बाद डर्मेटोलॉजी या प्लास्टिक सर्जरी में स्पेशलाइजेशन हो। BDS डॉक्टर को ऐसा करने की अनुमति नहीं है, क्योंकि यह कानून के खिलाफ है और मरीज की जान के लिए खतरा बन सकता है।