नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पहलगाम आतंकी हमले के बाद जिस तरह से भारत और पाकिस्तान के बीच हालात बने हुए हैं, ऐसे में भारत के महान संत की 600 वर्ष पहले की गई भविष्यवाणी सच साबित हुई। जिस तरह से भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए महज 80 घंटे के अंदर पाकिस्तान को सरेंडर करने पर मजबूर कर दिया। जिसके बाद अब सन्यासी के बारे में लोग सोशल मीडिया पर जमकर लिख रहे हैं और इनके द्धारा की गई अन्य भवियवाणियों के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं।
पहलागम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर लांच किया। भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया। पाक सेना ने पलटवार किया तो भारतीय रणबांकुरों ने ऐसा पलटवार किया, कि आतंकी मुल्क दशहत में आ गया। आनन-फानन में पाक सेना को सरेंडर करना पड़ा। फिलहाल ऑपरेशन सिंदूर जारी है। ऐसे में हम आपको ओडिशा के महान संत अच्युतानंद जी के बारे में बताने जा रहे हैं। जिन्होंने 600 वर्ष पहले ‘भविष्य मालिका’ नाम का ग्रंथ लिखा। गंथ में संत ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी अहम जानकारी दी थी।
संत अच्युतानंद जी का जन्म 15वीं शताब्दी के आसपास ओडिशा प्रांत के एक छोटे से गांव के निकट हुआ था। अच्युतानंद जी ने 600 वर्ष पूर्व ‘भविष्य मालिका’ नाम का एक ग्रंथ लिखा था। महान संत ने ‘भविष्य मालिका’ नाम के गंथ में कई भविष्यवाणियां की जो कुछ हद तक सच साबित हुई। अच्युतानंद जी ने पुरी के जगन्नाथ मंदिर को केंद्र में रखकर कई ऐसी भविष्यवाणियां कीं, जो आज की दुनिया में चौकाने वाली साबित हुई हैं। जैसे हाल ही में भारत-पाकिस्तान सीमा पर जो तनाव फैला है, वह भी इस ग्रंथ की उन भविष्यवाणियों में से एक है।
अच्युतानंद जी ने भविष्य मालिका में सबसे पहले और महत्वपूर्ण भविष्यवाणी भारत की सीमाओं को लेकर की थी। उन्होंने ग्रंथ में लिखा, भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंध तनावपूर्ण होंगे, और सीमा पर संघर्ष की स्थिति उत्पन्न होगी। संत अच्युतानंद जी ने पुरी मंदिर को केंद्र में रखते हुए लिखा था कि जैसे मंदिर की सुरक्षा में बाधा आएगी, वैसे ही देश की सीमाओं पर भी संकट पैदा होगा। यह संकट केवल सैन्य स्तर पर नहीं, बल्कि राजनीतिक, कूटनीतिक और सामाजिक स्तर पर भी व्याप्त होगा।
इस ग्रंथ में भारत की सीमाओं की सुरक्षा, खासतौर से उसकी पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी सीमाओं के बारे में गहरा चिंतन और चेतावनी दी गई है। संत अच्युतानंद जी ने लिखा है कि भविष्य में भारत की ये सीमाएं ‘आग के घेरे’ में होंगी, जहां सीमा पर सुरक्षा के सवाल और पड़ोसी देशों के साथ संबंध तनावपूर्ण होंगे। गं्रथ में संत ने लिखा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होगा। तीसरे विश्व युद्ध की संभावना की बात भी कही है। संत ने गंथ में लिखा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच भीषण युद्ध होगा। युद्ध के दौरान भारत पर परमाणु हमलों की संभावना भी व्यक्त की गई है। लेकिन अंत में भारत की विजय होगी और ‘अखंड भारत’ की स्थापना होगी।
संत ने ग्रंथ में लिखा कि भारत में मिलिट्री शासन की स्थापना होगी और आंतरिक अस्थिरता का सामना करना पड़ेगा। धर्म की रक्षा और अन्याय को रोकने के लिए भगवान कल्कि का अवतार होगा, जोकि भगवान विष्णु का अंतिम अवतार है। प्राकृतिक आपदाओं के कारण ओडिशा का बड़ा हिस्सा पानी में डूब सकता है। संत ने जलवायु परिवर्तन या प्राकृतिक आपदाओं के बारे में भी भविष्वाणी की है। साथ ही धर्म को लेकर भी उन्होंने चेतावनी दी है। संत की अधिकतर भविष्वाणियां कुछ हद तक सच साबित भी हुई हैं।
आज यह भविष्यवाणी भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे लंबे समय से तनाव और टकराव के रूप में सामने आई है। विभाजन के बाद से दोनों देशों के बीच सीमा विवाद, कश्मीर का मुद्दा, आतंकवाद, और सीमा पर सैन्य टकराव इस भविष्यवाणी की सजीव मिसाल हैं। यह भविष्यवाणी न केवल भारत-पाकिस्तान के लिए, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिए एक सतर्कता का संकेत है, जहां भू-राजनीति में लगातार बदलाव होते रहे हैं।
अगर भारत और पाकिस्तान की बात करें तो दोनों देशों के संबंधों का इतिहास 1947 के विभाजन से शुरू होता है, जब ब्रिटिश भारत का विभाजन हुआ और दो स्वतंत्र राष्ट्र अस्तित्व में आए। इस विभाजन ने केवल भू-राजनीतिक नक्शे को बदला नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच एक गहरी खाई भी पैदा कर दी। विभाजन के बाद से ही, कश्मीर का मुद्दा इन दोनों देशों के बीच प्रमुख विवाद रहा है। कश्मीर की जम्मू-कश्मीर रियासत की स्थिति को लेकर दोनों देशों के बीच कई बार सैन्य टकराव हुए, जिनमें 1947-48, 1965 और 1999 के युद्ध प्रमुख हैं। पाकिस्तान ने भारत के अंदर आतंकवाद को बढ़ावा दिया। जिसके कारण भारत ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर तीन बार सैनिक कार्रवाई की।
कुछ ऐसी ही हरकत पाकिस्तान ने 22 अप्रैल को की। जब पाकिस्तान से आए आतंकियों ने पहलगाम में 26 सैलानियों की हत्या कर दी। भारत ने आतंकियों को सबक सिखने के लिए ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच 80 घंटे का एक युद्ध लड़ा गया। भारत के प्रचंड प्रहार से पाकिस्तान घुटनों पर आ गया। हालांकि अभी भी ऑपरेशन सिंदूर जारी है। संत ने 600 वर्ष पहले ऑपरेशन सिंदूर पार्ट टू के लिए भी जानकारी दी थी। उन्होंने गं्रथ में लिखा कि, भारत और पाकिस्तान के बीच भीषण युद्ध होगा। लाखों लोगों की काल के गाल में समा जाएंगे। आखिर में भारत की जीत और पाकिस्तान की पराजय होगी। हिंद और सिंध का मिलन हो जाएगा।