नोएडा ऑनलाइन डेस्क। समय रात के करीब एक बजे का था। गांव का नाम बिकरू। पुलिस को जाल में फंसाने वाला कानपुर का ‘विलेन’ विकास दुबे था। पुलिस को डॉन के बनाए चक्रव्यूह की भनक नहीं थे। सीओ समेत पुलिसवाले जैसे ही गांव के अंदर दाखिल होते हैं, वैसे विकास और उसके साथी खाकी पर अटैक कर देते हैं। कुछ घंटे के अंदर पुलिसवालों के लहू से बिकरू की गलियां लाल हो जाती हैं। चंद मिनटों में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही कांड गाजियाबाद के मसूरी थानाक्षेत्र के नाहल गांव में कादिर ने अंजाम दे डाला। हिस्ट्रीशीटर ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस पर गुरिल्ला के तरीके से हमला कर दिया, जससे एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया। हालांकि भाग रहे कादिर को पुलिस ने दबोच लिया। अब सोशल मीडिया पर ऐसी चर्चाएं चल रही हैं कि गाजियाबाद के कादिर की भी गाड़ी पलटेगी और उसका भी यमलोक का टिकट कटेका।
कौन है गाजियाबाद का हिस्ट्रीशीटर कादिर
कादिर उर्फ मंटर गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के नहाल गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम खुर्शीद है। काफी समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय है। डीसीपी ग्रामीण सुरेंद्रनाथ तिवारी के अनुसार, कादिर के खिलाफ कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। कादिर कुछ दिन पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया था। जेल से बाहर आते ही कादिर फिर से अपराधिक वारदातों को अंजाम देने लगा। 23 साल के अपराधी के खिलाफ गाजियाबाद और नोएडा समेत कई अन्य जिलों में 24 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें गैंगस्टर एक्ट के अलावा लूटपाट, मारपीट, हत्या का प्रयास और गोतस्करी के मामले शामिल हैं। गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक कादिर के खिलाफ नोएडा के फेज तीन थाने में भी मुकदमे दर्ज हैं।
कादिर को दबोचने के लिए पहुंची थी पुलिस
इसी मुकदमे में नोएडा पुलिस रविवार की रात उसकी तलाश में गाजियाबाद पहुंची थी। नोएडा पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी को उसके घर से दबोच भी लिया था, लेकिन पुलिस को वहां से निकलने से पहले ही कादिर के साथियों ने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। इस घटना में नोएडा पुलिस के कांस्टेबल सौरभ देशवाल की मौत हो गई। इस संबंध में गाजियाबाद की मसूरी थाना पुलिस ने इन बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, ज बवह कादिर का अरेस्ट कर अपने साथ ले जा रही थी। तभी 30 से 40 लोगों ने पुलिस पर पत्थरों के साथ बंदूक से फायरिंग कर दी। पुलिसवालें ने किसी तरह से छिपकर अपनी जान बचाई। एक गोली कांस्टेबल को लग गई और वह शहीद हो गया। कई पुलिसकर्मी भी हमले में घायल हो गए।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
पुलिस के मुताबिक हमले के बाद कादिर भागने का प्रयास किया। पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में उसके पैर में गोली लग गई और वह घायल हो गया। अपराधी को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवाया है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद इस बदमाश को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस बीच पुलिस बदमाश से पूछताछ भी कर रही है। अब पुलिस इसके साथियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। उधर, मसूरी पुलिस ने आरोपी के गांव में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी है। एसएचओ मसूरी के मुताबिक आरोपी के सभी साथी अभी फरार हैं। उनकी तलाश कराई जा रही है। घटना के बाद गौतमबुद्ध नगर थाना फेस-3 के एसआई सचिन ने थाना मसूरी में इस घटना की तहरीर दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
कादिर ने बनवाई है आलीशान कोठी
बता दें कि गांव में कादिर ने अपने लिए आलीशान कोठी बनवाई थी। कादिर इस इलाके का हिस्ट्री शीटर है। गांव में कादिर ने जो कोठी बनवाई थी, वह करीब 3 से 4 मंजिल की है। इस कोठी में कई सारे कमरे हैं। बताया जा रहा है कि रात के समय पुलिस चुपचाप कोठी के अंदर गई और एक कमरे से कादिर को दबोच लिया। बता दें कि कादिर ने अपने दुश्मनों पर नजर रखने के लिए कोठी में पूरा इंतजाम करवाया था। कादिर ने कोठी के गेट पर 2 बड़े-बड़े सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। इन कैमरों से पल-पल की नजर रखी जाती थी। कोठी के गेट के बराबर में दुकान भी हैं और काठी काफी आलीशान तरीके से बनवाई गई है।
कोठी से गुर्गो को दिया पुलिस पर हमले का हुक्म
मसूरी थाना इलाके के नाहल गांव में पुलिस ये पहला हमला नहीं। इसके पहले भी पुलिस पर अटैक हो चुके हैं। मगर इस बार यहां पुलिस के साथ जो हुआ, उसका अंदाजा किसी को नहीं था। पुलिस के मुताबिक, कादिर कोठी के अंदर बैठकर पुलिस की सीसीटीवी से निगरानी करता था। जबकि कोठी के बाहर उसके गुर्गे हथियारों के साथ तैनात रहते थे। जब पुलिस ने रात को कोठी के अंदर दाखिल हुई तो कादिर को सीसीटीवी के जरिए रेड की भनक लग गई और उसने फोन के जरिए अपने गुर्गों को अलर्ट कर दिया। पुलिस जैसे ही कादिर को अरेस्ट कर लेकर जानें लगी, तभी हमलावरों ने फायरिंग और पथराव शुरू कर दिया।
कांस्टेबल शहीद
डीसीपी ने सिपाही की शहादत की पुष्टि करते हुए कहा कि इस हमले में शामिल सभी आरोपियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। शहीद सिपाही सौरभ को श्रद्धांजलि देते हुए पुलिस विभाग ने उनके परिजनों को हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया है। वहीं नोएडा में तैनात कॉन्स्टेबल सौरभ की मौत ने पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया है। घटना स्थल के जो फोटो-वीडियो सामने आए हैं, उसमें दिख रहा है कि सौरभ घायल अवस्था में सड़क पर गिरे हुए हैं। उनके सिर में गोलियां लगी हैं। साथी पुलिसकर्मी उन्हें फौरन अस्पताल भी लेकर गए, मगर वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कौन थे कॉन्स्टेबल सौरभ
नोएडा पुलिस में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात सौरभ ने अपना कर्तव्य निभाते हुए अपनी जान दे दी। उन्होंने पुलिस वर्दी में अपराधी को पकड़ते हुए और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इस दुनिया को अलविदा कहा। बता दें कि सौरभ उत्तर प्रदेश के शामली के रहने वाले थे। उनका संबंध शामली के बढेव गांव से था। बेटे के शहीद होने की खबर से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। माना जा रहा है कि आज 3 से 4 बजे तक उनका शव गांव पहुंच जाएगा। फिर अंतिम संस्कार किया जाएगा। परिवारवालों ने अपराधी के एनकाउंटर की मांग की है। शहीद के भाई ने कहा कि जिस तरह से विकास दुबे की कार पलटी। उसी तरह से कादिर का भी अंजाम होना चाहिए। शहीद के भाई ने सीएम योगी से कादिर और उसके साथियों के खात्में की मांग की है।