नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। पहलागम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कानपुर में थे। इस मौके पर उन्होंने दो टूक शब्दों में ऐलान कर दिया कि फिलहाल ऑपरेशन सिंदूर जारी है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा कि अभी तो सिर्फ पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर एक ट्रेलर था, पूरी पिक्चर अभी बाकि हैं। इंडियन आर्मी चीफ उपेंद्र चौधरी भी चित्रकूट में जगतगुरू स्वामी भद्राचार्य को दक्षिणा में पीओके दिए जानें का वादा कर आए हैं। भारत ने सिंधु ट्रीटी पर बैन लगाया हुआ है। इन्हीं सभी बातों के चलते पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने भारत को गीदड़भभकी दी है। पाक संसद से भी भारत के खिलाफ जंग की हुंकार भरी जा रही है। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से बड़ा बयान आया है।
तो चलिए अब हम आपको बताते हैं कि दुनिया के नए-नवले फुफा बने डोनाल्ड ट्रंप को किस वजह से भारत और रूस को लेकर बयान दे रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने किस वजह से रूस के राष्ट्रपति को आग से न खेलने की चेतावनी दे रहे हैं। दरअसल, चुनाव के वक्त डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था कि उनके अमेरिका का प्रेसीडेंट बनते ही दुनिया में जहां भी वार चल रहे हैं, वह उन्हें वह रूकवा देंगे। उन्होंने खासतौर पर रूस-युक्रेन और इजरायल-हमास के बीच जारी जंग को खत्म कराए जानें की बात कही थी। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के बॉस बन गए, लेकिन वह अब तक कोई भी जंग रूकवाने में कामयाब नहीं हुए। इनसब के बीच भारत और पाकिस्तान के बार्डर गर्म हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की तरफ से साफ कह दिया गया है कि अगर आतंक नहीं रूका तो पाकिस्तान पर फिर से पलटवार किया जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐलान कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है।
ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम का श्रेय लेते हुए व्यापार समझौते को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान के बीच फिर से यु्द्ध होता है तो अमेरिका कोई भी समझौता नहीं करेगा। अब भारत और पाकिस्तान से कारोबारी डील को खत्म कर देंगे। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान को कारोबार का लॉलीपाप देते हुए कहा कि हम दोनों देशों से व्यापार समझौता करने जा रहे हैं। मुझे इस पर गर्व है। हम गोलियों के बजाय व्यापार के जरिये परमाणु युद्ध की आशंका को रोकने में सफल रहे। दोनों देशों के बीच युद्ध का इतिहास रहा है। हर बार वे दोनों गोलियों के बाद समझौता करने पर राजी हुए हैं। मगर हमने व्यापार के जरिये समझौता कराया। इसलिए मुझे इस पर बहुत गर्व है। कोई भी इसके बारे में बात नहीं करता। लेकिन पाकिस्तान और भारत के बीच बहुत ही खतरनाक संघर्ष चल रहा था। यह बहुत बुरा होता जा रहा था। वे दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं। अब हालात ठीक हैं।
ट्रंप ने एयरफोर्स वन से उड़ान भरने के बाद ज्वाइंट बेस एंड्रयूज में कहा अगर भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे के साथ युद्ध करने जा रहे हैं तो मुझे किसी के साथ समझौता करने में कोई दिलचस्पी नहीं होगी। मैं ऐसा नहीं करूंगा और मैं उन्हें बता दूंगा। ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान के प्रतिनिधि अगले सप्ताह आ रहे हैं। हम भारत के साथ भी समझौता करने के बहुत करीब हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, हम व्यापार की बात करते हैं। हम कहते हैं कि हम उन लोगों के साथ व्यापार नहीं कर सकते जो एक-दूसरे पर गोली चला रहे हों और परमाणु हथियारों का उपयोग करने की कगार पर खड़े हों। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के किसी भी नेता का नाम लिए बिना कहा, ’वे उन देशों के महान नेता हैं, उन्होंने परिस्थितियों को समझा और दोनों के सहमत होने के बाद यह सब बंद हो गया। हम दूसरों को लड़ने से रोक रहे हैं।
लगातार जारी ट्रंप की बयानबाजी के बीच भारत ने अपनी विदेश नीति को स्पष्ट कर दिया है। खुद विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बीते 22 मई को दो टूक लहजे में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष खत्म करने को लेकर सहमति बनाने में किसी तीसरे देश की भूमिका नहीं थी। दोनों देशों के बीच सहमति सीधी बातचीत के बाद बनी है। भारत की तरफ से दो-टूक खंडन के बावजूद ट्रंप ने 10 मई से अब तक बीते 21 दिनों में करीब 10 बार ऐसे बयान दिए हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि अमेरिका ने दोनों देशों का युद्ध रोका। ट्रंप के बयान के बाद अब सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें एक नया नाम दिया है। यूजर्स ट्रंप को दुनिया का फुफा बता रहे हैं। यूजर्स लिख रहे हैं ट्रंप बेवजह दुनिया के फुफा बन रहे हैं। अगर फुफा बनने का शौख है तो पाकिस्तान के अंदर पनप रहे आतंकवाद को पहले खत्म करवाएं।
इनसब के बीच सूत्र बताते हैं कि अमेरिका भारत के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है। सूत्र बताते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच 25 जून तक एक अंतरिम व्यापार समझौते पर सहमति बन सकती है। वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी व्यापार वार्ता को गति देने के लिए पिछले सप्ताह वाशिंगटन में थे। इस दौरान वे अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक से दो बार मिले। दोनों पक्ष प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) की पहली किस्त से पहले अंतरिम व्यापार समझौते पर विचार कर रहे हैं। भारत पर अमेरिका का 26 प्रतिशत पारस्परिक टैरिफ इस साल 9 जुलाई तक निलंबित है। इसे अमेरिका ने 2 अप्रैल को लगाया था। हालांकि, भारतीय सामानों पर अब भी अमेरिका की ओर से लगाया गया 10 प्रतिशत बेसलाइन टैरिफ लागू है।