Monday, November 10, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home Uncategorized

Parenting Tips: बच्चों की परवरिश में ना करें यह गलतियां जानिए बेटे को सही संस्कार देना क्यों है ज़रूरी

बेटे की परवरिश में समय न देना, अपनी बातों को थोपना और उसकी भावनाओं को नजरअंदाज करना ऐसी गलतियां हैं जो उसके मानसिक विकास और आपके रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

SYED BUSHRA by SYED BUSHRA
June 2, 2025
in Uncategorized
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Parenting Tips: जब घर में बेटे का जन्म होता है, तो माता-पिता की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उसका भविष्य, सोच और व्यवहार बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि उसे कैसे पाला गया है। अक्सर माता-पिता कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो अनजाने में ही बच्चे को मानसिक रूप से कमजोर बना देती हैं या उससे रिश्तों में दूरी ला देती हैं। अगर इन बातों का समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो बेटा बड़ा होकर माता-पिता से कटने लगता है।

आइए जानते हैं ऐसी कौन-कौन सी परवरिश से जुड़ी गलतियां हैं जिन्हें आपको हर हाल में टालना चाहिए।

RELATED POSTS

UNICEF parenting tips

Smart Parenting Tips: जब बच्चा बोले “स्कूल नहीं जाना”, कैसे करें उसका डर दूर अपनाएं ये आसान उपाय

August 6, 2025

बेटे को वक्त न देना

आजकल की व्यस्त जिंदगी में अक्सर माता-पिता बच्चों को पूरा समय नहीं दे पाते। लेकिन यह सबसे बड़ी गलती है। जब आप अपने बेटे के साथ समय नहीं बिताते, तो वह भावनात्मक रूप से आपसे जुड़ नहीं पाता। धीरे-धीरे आपके रिश्ते में दूरी आने लगती है। इसलिए जरूरी है कि दिन में थोड़ा समय सिर्फ अपने बेटे के लिए जरूर निकालें,चाहे वो खेलना हो, बातें करना हो या उसकी छोटी-छोटी बातों को सुनना।

अपनी मर्जी थोपना

अगर आप हर बात में बेटे पर अपनी सोच, इच्छा या फैसले थोपते हैं, तो इससे उसका आत्मविश्वास कमजोर हो सकता है। उसे यह महसूस होने लगता है कि उसकी कोई बात मायने नहीं रखती। इसका असर उसकी सोच और निर्णय लेने की क्षमता पर भी पड़ता है। इसलिए कोशिश करें कि उसकी बातों को भी ध्यान से सुनें, उसे समझें और फैसलों में शामिल करें।

भावनाओं को दबाना या नजरअंदाज करना

अक्सर लोगों को लगता है कि बेटों को भावनात्मक नहीं होना चाहिए। “लड़के नहीं रोते” या “मर्द बनो” जैसी बातें कहकर माता-पिता खुद अपने बेटे की भावनाएं दबा देते हैं। यह रवैया उसके मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डालता है। उसे लगने लगता है कि अपनी भावनाएं जाहिर करना कमजोरी है। जबकि हकीकत ये है कि हर इंसान को अपने जज्बात जाहिर करने का हक है।चाहे वो लड़का हो या लड़की।

बेटे के साथ एक मजबूत रिश्ता बनाएं

अपने बेटे के साथ दोस्त जैसा रिश्ता बनाने की कोशिश करें। उसे महसूस कराएं कि आप उसकी हर स्थिति में साथ हैं l चाहे वो सफल हो या असफल। उसकी बातों को समझें, उसकी भावनाओं की कद्र करें और उसे खुद की पहचान बनाने का मौका दें।

Tags: Child PsychologyParenting Guide
Share196Tweet123Share49
SYED BUSHRA

SYED BUSHRA

Related Posts

UNICEF parenting tips

Smart Parenting Tips: जब बच्चा बोले “स्कूल नहीं जाना”, कैसे करें उसका डर दूर अपनाएं ये आसान उपाय

by SYED BUSHRA
August 6, 2025

UNICEF Smart Parenting Tips:अगर आपका बच्चा हर सुबह स्कूल जाने से पहले रोता है, पेट दर्द या सिरदर्द की शिकायत...

Next Post
New Delhi, Weather Update

एनसीआर में मौसम का कहर! अगले 3 दिन तेज आंधी-तूफान और बारिश, ऑरेंज अलर्ट जारी

ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्रालय ने किया कौन सी प्रतियोगिता का ऐलान कितना मिलेगा पुरस्कार और ख़ास मौक़ा

ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्रालय ने किया कौन सी प्रतियोगिता का ऐलान कितना मिलेगा पुरस्कार और ख़ास मौक़ा

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version