Mithun Bollywood’s Disco King:सलमान खान के पिता और बॉलीवुड के दिग्गज लेखक सलीम खान सिर्फ शानदार कहानियाँ और डायलॉग्स ही नहीं लिखते थे, बल्कि उनके पास चेहरों को पहचानने की भी एक खास नजर थी। अमिताभ बच्चन को “सदी का महानायक” बनाने में उनका अहम योगदान रहा, वहीं शोले और दीवार जैसी क्लासिक फिल्मों का क्रेडिट भी उनकी कलम को जाता है।
जब सलीम खान ने देखा एक अनजाना चेहरा
साल था 1976। एक दिन सलीम खान की नजर एक टेलर शॉप “प्लेबॉय” में एक युवक पर पड़ी। वो युवक और कोई नहीं बल्कि मिथुन चक्रवर्ती थे। सलीम खान ने कुछ पल तक उन्हें गौर से देखा और फिर खुद उनके पास जाकर कहा, “तुम्हारे चेहरे में कुछ खास बात है, तुम फिल्मों में जरूर ट्राई करो।” मिथुन ये सुनकर हैरान रह गए क्योंकि वह जानते थे कि सलीम खान कितने बड़े नाम हैं। उन्होंने सलीम खान को बताया कि वे पुणे की एफटीआईआई से एक्टिंग की पढ़ाई कर चुके हैं और फिल्मों में आने की कोशिश कर रहे हैं।
यश चोपड़ा से मिलाया संपर्क
सलीम खान ने मिथुन को सलाह दी कि वे यश चोपड़ा से मिलें, जो उस समय फिल्म त्रिशूल के लिए नए चेहरे की तलाश कर रहे थे। हालाँकि, उस रोल के लिए पहले ही सचिन पिलगांवकर को साइन किया जा चुका था। लेकिन मिथुन ने हार नहीं मानी, क्योंकि उन्हें सलीम खान के शब्दों से उम्मीद मिली थी।
मृगया फिल्म से मिली पहचान
मिथुन को जल्द ही मृगया फिल्म में काम मिला, जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। असली कामयाबी तब आई जब 1982 में डिस्को डांसर रिलीज हुई और मिथुन रातों-रात सुपरस्टार बन गए।
33 फ्लॉप फिल्मों के बावजूद न थमा करियर
1993 से 1998 के बीच उनकी लगातार 33 फिल्में फ्लॉप हो गईं। लेकिन न तो इससे उनकी डिमांड घटी और न ही काम मिलना बंद हुआ। इसके बाद भी उनके पास 19 फिल्मों के ऑफर थे। ये साबित करता है कि असली टैलेंट को वक्त के थपेड़े भी नहीं रोक सकते।