कानपुर। 5 दिन पहले यूपी के कई शहरों में आसमान में काले-काले बादल मंडरा रहे थे। आंधी-बारिश ने ऐसा कहर ढाया कि कानपुर के अलावा दर्जनभर से ज्यादा दिलों में ब्लैक आउट के हालात बन गए। दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र में जलजले से कहर ढाया। तब मौसम विभाग ने बताया कि पाकिस्तान-बांग्लादेश से आए विक्षोम के चलते मौसम का आजमा बिगड़ा है। लेकिन एकाएक फिर मौसम ने पलटी मारी और आसमान ने गर्मी आफत बनकर बरस रही है। शहर का अधिकतम तापमान 41 डिग्री तक पहुंच जाने की वजह से लोग गर्मी से परेशान हो रहे हैं। तेज गर्मी से कुदरत के कर्फ्यू लागू कर देने का एहसास हो रहा है।
कानपुर का घंटाघर कुछ दिन पहले गुलजार था। नयागंज भी मुस्करा रहा था। कटरी के लोग भी नवाबगंज आकर खरीदारी कर रहे थे। तब मौसम बहुत सुहाना था। आसमान में बादल थे और हवाएं एसी का एहसास करा रही थीं। लेकिन बीते चार से पांच दिन के अंदर हालात बदल गए हैं। आसमान से आग बरस रही है। आलम यह कि दिन के नौ बजे से ही धूप कड़ी होने लगती है, जिससे लोगों का घरों से निकलना दूभर हो रहा है। दोपहर के समय कानपुर की नई सड़क भी वीरान नजर आने लगी है। तेज धूप और गर्मी ने इस बार हदें पार कर दी है। हालत यह है कि धूप के कारण दोपहर में शहर की सड़कें सूनी हो रही है और शहर की सड़कों पर गर्मी के कर्फ्यू का नजारा दिख रहा है।
कानपुर में मंगलवार को सुबह से ही मौसम उबाल मारने लगा। सिर्फ आठ ही बजा था कि पारा 32 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ गया। 10 बजते बजते तापमान 41 डिग्री पर पहुंच गया। लू के थपेड़े महसूस होने लगे। गर्मी का जो हाल मंगलवार की सुबह दे्खा गया, वैसी स्थिति आमतौर पर दोपहर 12 बजे के बाद आती है। मौसम विभाग के अनुसार सुबह पारा 30 से ऊपर होने पर और दिन के समय पारा 43 से ऊपर होने पर रेड जोन माना जाता है। सिर्फ सुबह ही नहीं रात में भी गर्म हवाएं झुलसाती रहीं। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के मुताबिक 12 जून की दोपहर तक मौसम ऐसा ही रह सकता है। 12 की शाम से मौसम बदलने के संकेत हैं। 13 से 15 जून के बीच बारिश से लोगों को कुछ राहत मिलेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, कानपुर के अलावा आसपास के जनपदों में अधिकतम तापमान 43.2 और न्यूनतम 31 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। अगले तीन दिनों तक इसी तरह की स्थिति रहने की संभावना है। सुबह और दिन के साथ रात के समय भी गर्म हवाएं चलने के संकेत हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, 12 जून से मौसमी गतिविधियां बदलेंगी। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की हवाएं नमी लेकर आएंगी। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मानसून फिर रफ्तार पकड़ेगा। इससे बारिश होने के आसार हैं। सीएसए की मौसम वेधशाला की रिपोर्ट के मुताबिक, सुबह माहौल में नमी का प्रतिशत 50 रहा। रविवार की तुलना में यह सात फीसदी कम है। दोपहर को नमी का प्रतिशत 34 हो गया। विभाग का पूर्वानुमान है कि पांच दिन आसमान साफ रहेगा।
सीएसए मौसम विभाग के मुताबिक, थार मरुस्थल से होकर आ रहीं गर्म हवाओं के कारण कानपुर से ही गर्मी के रेड जोन में आ गया। मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में आया चक्रवाती तूफान असानी का प्रभाव कमजोर होकर एक डिप्रेशन में बदल गया है। इसके कारण उत्तर पूर्वी नम हवाएं तेजी से यूपी में प्रवेश कर रही थीं और तापमान में कमी दिखाई दे रही थी। चक्रवात का प्रभाव खत्म होने के कारण अब फिर से थार मरुस्थल से आ रही गर्म हवाओं ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर पूर्वी हवाओं के साथ मिलकर यह उमस पैदा कर रही हैं। इसके साथ ही तापमान बढ़ने के आसार हैं। अगले कुछ दिन आसमान साफ रहने के साथ ही तापमान बढ़ने के आसार हैं। किसानों को सलाह है कि वह सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक खेतों में कोई काम न करें।